राजस्थान के धौलपुर जिले में एक 16 वर्षीय नाबालिग अपने माता-पिता से नाराज होकर घर से भाग निकली. यह बात नाबालिग ने बाल कल्याण समिति के समक्ष काउंसिलिंग के दौरान बताई है.
दरअसल, धौलपुर जिले के मनियां थाना पर 16 जून 2021 को एक मामला दर्ज हुआ था. नाबालिग के पिता ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी नाबालिग बेटी 15 जून 2021 को अपने घर से प्लॉट पर जाने के लिए निकली थी, तभी रास्ते में गांव के ही दो नाबालिग लड़के उसे बहला-फुसलाकर उसे भगाकर ले गए.
पुलिस ने नामजद नाबालिग लड़कों से पूछताछ की लेकिन सुराग हाथ नहीं लगा. पुलिस ने नाबालिग के रिश्तेदारों और आस-पास के इलाकों में तलाश किया लेकिन तलाशी के दौरान नाबालिग के गुजरात होने की बात सामने आई.
इस पर मनियां थाना पुलिस ने गुजरात जाकर नाबालिग को बरामद कर लिया और धौलपुर ले आई. मामले में नाबालिग के पिता ने राजस्थान हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की है जहां पुलिस हाईकोर्ट में नाबालिग के बयान दर्ज कराएगी.
पुलिस ने नाबालिग को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जहां काउंसिलिंग के दौरान नाबालिग ने अपहरण की बात को नकारते हुए अपने माता-पिता से नाराज होकर स्वेच्छा से ही गुजरात जाना बताया है.
बाल कल्याण समिति के सदस्य गिरीश गुर्जर ने बताया कि जून माह में एक रिपोर्ट मनियां थाने पर दर्ज हुई थी जिसमें एक पिता ने किन्हीं लोगों पर आरोप लगाया था कि उसकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसला कर ले गए हैं. बालिका को करीब ढाई महीने बाद बरामद कर लिया गया है जिसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया.
काउंसिलिंग में बालिका ने बताया कि वह स्वेच्छा से अपने माता-पिता से नाराज होकर घर से चली गई थी. बालिका, अपहरण का मामला नहीं बता रही है और स्वेच्छा से जाना बता रही है. नाबालिग के पिता ने हाईकोर्ट में रिट पिटिशन दायर की है जिसके तहत बालिका के बयान होने हैं. बालिका को चाइल्ड लाइन में रुकवाया है. उसके पश्चात बालिका के हित में जो निर्णय होगा, वह लेंगे.