केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को कथित सेना भर्ती घोटाले के सिलसिले में सेना के कई प्रतिष्ठानों पर तलाशी ली. कई रक्षा अधिकारियों, सेना अस्पतालों और छावनियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की भी तलाशी ली गई.
अधिकारियों ने बताया कि 13 शहरों में 30 से अधिक स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया जिसमें कपूरथला, बठिंडा, दिल्ली, कैथल, पलवल, लखनऊ, बरेली, गोरखपुर, विशाखापत्तनम, जयपुर, गुवाहाटी, जोरहाट और चिरंगो शामिल हैं.
सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा, 'तलाशी अभियान के दौरान कई भ्रामक दस्तावेजों की बरामदगी की गई है. तलाशी के दौरान बरामद दस्तावेजों की छानबीन की जा रही है.'
केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस संबंध में रक्षा मंत्रालय (सेना) के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) अनुशासन और सतर्कता, ऑफिस से मिली एक शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया है.
सेना के 17 आरोपी अधिकारी
अब तक सीबीआई ने इस मामले में 17 सेना अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें लेफ्टिनेंट कर्नल, मेजर, नायब सूबेदार, सिपाही व अन्य हैं. सेना के जिन 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, उनमें सेना के 6 लेफ्टिनेंट कर्नल शामिल हैं. आम लोगों के खिलाफ सर्विस सलेक्शन बोर्ड (SSB) के माध्यम से अधिकारियों की भर्ती के दौरान रिश्वतखोरी और अनियमितताओं के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है.
सूत्रों का कहना है कि उम्मीदवारों से रिश्वत नकद और ऑनलाइन लेन-देन के रूप में ली गई थी. कुछ मामलों में, प्रत्येक उम्मीदवार के लिए यह राशि लगभग लाख रुपये थी.
सीबीआई को अपनी शिकायत में रक्षा मंत्रालय ने कहा, '27 फरवरी, 2021 को एक विश्वसनीय सूत्र से यह जानकारी मिली थी कि बेस अस्पताल, दिल्ली कैंट (BHDC) से अस्थायी रूप से अस्वीकार किए गए उम्मीदवारों की समीक्षा मेडिकल क्लीयरेंस के लिए रिश्वत स्वीकार करने में कई सेवारत कर्मी शामिल हैं.'
सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में 23 व्यक्तियों को शामिल किया है जिसमें सेना के कर्मी और उनके परिवार के कुछ अज्ञात सदस्य भी शामिल हैं. लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के 6 सैन्यकर्मियों को भी मामले में आरोपी बनाया गया है.