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असम के ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई, मुख्य आरोपी गोपाल पॉल गिरफ्तार

CBI ने असम सरकार की सिफारिश के बाद असम में विभिन्न अनियमित जमा योजनाओं से संबंधित 41 मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है. यह जांच पहले असम पुलिस द्वारा की गई थी, जिसने मामले में मुख्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन गोपाल पॉल फरार हो गया था.

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CBI इस मामले में पहले ही 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है (File Photo)
CBI इस मामले में पहले ही 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है (File Photo)

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने असम में 2,200 करोड़ रुपये के ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले में बड़ी कामयाबी हासिल की है. एजेंसी ने इस घोटाले के मुख्य आरोपी गोपाल पॉल को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी गोपाल पॉल को सिलीगुड़ी में एक ठिकाने से एजेआरएस मार्केटिंग मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया, जो एजेंसी द्वारा जांचे जा रहे घोटाले से संबंधित 41 मामलों में से एक है.

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सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने असम सरकार की सिफारिश के बाद असम में विभिन्न अनियमित जमा योजनाओं से संबंधित 41 मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है. यह जांच पहले असम पुलिस द्वारा की गई थी, जिसने मामले में मुख्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन गोपाल पॉल फरार हो गया था.

सीबीआई ने अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में राज्य पुलिस से ये मामले अपने हाथ में ले लिए थे. सीबीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कार्यभार संभालने के बाद से सीबीआई ने अपनी जांच तेज कर दी है और पांच राज्यों में 92 स्थानों पर नए सिरे से तलाशी ली है. इस तलाशी में 24 मोबाइल फोन, 18 डेस्कटॉप, सात हार्ड ड्राइव और 11 लैपटॉप जब्त किए गए हैं.  

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पीटीआई के मुताबिक, एजेंसी ने उन जमाकर्ताओं के विवरण वाले डेटाबेस का सफलतापूर्वक पता लगा लिया है, जिन्हें इन अनियमित जमा योजनाओं में निवेश करने के लिए धोखा दिया गया था. सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि एजेआरएस मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े एक विशेष मामले में सीबीआई ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जो एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही पुलिस और एजेंसी के हाथ नहीं आ रहा था.

सीबीआई अधिकारी ने बताया कि गोपाल पॉल सिलीगुड़ी में एक ठिकाने पर पाया गया, जहां से अपराध साबित करने वाले सबूत भी बरामद किए गए हैं.

राज्य में ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाला अगस्त के आखिरी सप्ताह में तब सामने आया जब 29 वर्षीय दीपांकर बर्मन की स्टॉक कंपनी में भारी मात्रा में पैसा लगाने वाले निवेशकों ने आरोप लगाया कि उसने उन्हें उचित रिटर्न नहीं दिया है और उसका कार्यालय 21 अगस्त से बंद है. राज्य पुलिस ने बर्मन, बिशाल फुकन, अभिनेता सुमी बोरा और उसके पति सहित अन्य को गिरफ्तार किया था.

सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में अब तक करीब 18 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

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