पंजाब के पटियाला में भारतीय सेना के एक कर्नल के साथ हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ चुका है. इस घटना के विरोध में पीड़ित परिवार ने शनिवार को पटियाला के डिप्टी कमिश्नर के कार्यालय के बाहर धरना दिया. उनके साथ कई पूर्व सैनिक भी शामिल हुए. यह प्रदर्शन पंजाब पुलिस द्वारा कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाथ के बयान के आधार पर एक नई एफआईआर दर्ज करने के एक दिन बाद हुआ है. जांच में तेजी लाने के लिए एक उच्च स्तरीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया गया है.
प्रदर्शन के दौरान भारतीय सेना के कर्नल की पत्नी जसविंदर कौर बाथ ने 12 पुलिस अफसरों पर उनके पति और बेटे की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया. इस मामले में शीघ्र न्याय की मांग की है. प्रदर्शन में शामिल भाजपा नेता और पूर्व सांसद परनीत कौर ने घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा, "भारत की नागरिक और पूर्व सैन्य अधिकारी (पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह) की पत्नी के रूप में मैं पीड़ित अधिकारी और परिवार के साथ पूरी तरह एकजुट हूं. मैं निष्पक्ष जांच की मांग करती हूं.''
पटियाला में परनीत कौर ने कहा कि एसआईटी में सेना के अधिकारियों को शामिल किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "चूंकि इस मामले सेना, सरकार और पुलिस शामिल है. इसलिए एक संयुक्त एसआईटी का गठन किया जाना चाहिए, जिसमें सेना, पुलिस के अधिकारियों के साथ एक न्यायाधीश को शामिल किया जाना चाहिए.'' ये घटना 13 और 14 मार्च की रात को हुई, जब कर्नल बाथ और उनका बेटा पटियाला में सरकारी राजिंदरा अस्पताल के पास सड़क किनारे एक ढाबे में खाना खा रहे थे.
परिवार ने आरोप लगाया कि सिविल ड्रेस में कुछ पुलिस अधिकारियों ने कर्नल से अपनी कार हटाने को कहा, क्योंकि उन्हें अपनी कार पार्क करनी थी. जब कर्नल ने उनके अभद्र लहजे पर आपत्ति जताई, तो पुलिस अधिकारियों ने उन्हें और उनके बेटे को पीट दिया. इस दौरान कर्नल का हाथ टूट गया. उनके बेटे के सिर पर लंबा घाव हो गया. कर्नल की पत्नी ने गुरुवार को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की थी, जिन्होंने राज्य के डीजीपी से बात करके एफआईआर दर्ज करने की सलाह दी.
पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उसने सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज कर ली है. एक बयान में कहा गया, "कर्नल बाथ के बयान में उन पुलिस अधिकारियों के नाम हैं, जिन्होंने उन पर हमला किया. हमले में उनकी भूमिका का विवरण दिया है." इस घटना की जांच के लिए गठित एसआईटी में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एसपीएस परमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संदीप मलिक और पुलिस अधीक्षक मनप्रीत सिंह को शामिल किया गया है. एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है.
पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पटियाला रेंज के डीआईजी को संबंधित पुलिस अधिकारियों को तुरंत स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि सभी 12 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है. पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा) को कर्नल बाथ के परिवार को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया गया है. हालांकि, इन तमाम कार्रवाईयों के बाद भी पीड़िता परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है.