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राजस्थान: RTI कार्यकर्ता संग 'तालिबानी' बर्बरता, दबंगों ने हाथ-पैर तोड़े, पैर में कीलें ठोंकी

पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की देखरेख में आरटीआई कार्यकर्ता का इलाज करवाया जा रहा है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें पकड़ने के लिए चार टीमें गठित की हैं.

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अस्पताल में पैरों में से सरिया और कील निकालते डॉक्टर.
अस्पताल में पैरों में से सरिया और कील निकालते डॉक्टर.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जोधपुर के अस्पताल में ASP की देखरेख में जारी है घायल का इलाज
  • पुलिस संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश में जुटी

राजस्थान के बाड़मेर में एक आरटीआई कार्यकर्ता (RTI Activist) के साथ बर्बरता का मामला सामने आया है. आरोपी दबंगों ने पहले आरटीआई कार्यकर्ता का अपहरण कर लिया, फिर उसके हाथ-पैर तोड़ दिए. इसके बाद उसे यातना देते हुए पैरों में सरिया और कीलें ठोंक दी. बताया जा रहा है कि पीड़ित ने ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार और अवैध शराब बिक्री की शिकायत की थी.

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जोसोड़ो की बेरी के रहनेवाले आरटीआई कार्यकर्ता 30 साल के अमराराम गोदारा का जोधपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार और अवैध शराब बेचने की शिकायत के बाद दबंगों ने अमराराम का अपहरण कर लिया. जोधपुर से घर लौट रहे अमराराम को बस से उतरने के दौरान आठ नकाबपोश बदमाशों ने गाड़ी से उठा लिया.

इसके बाद किसी सुनसान जगह ले जाकर उनके साथ मारपीट की. पहले तो उनके दोनों पैरों को सरिया से वार कर तोड़ दिया. फिर दोनों पैरों में छह जगह सरिया और कीलें ठोंक दी. इसके बाद हाथ भी तोड़ दिए. कई घंटों की यातना देने के बाद उन्हें यह सोचकर सड़क पर फेंक दिया कि थोड़ी देर में मौत हो जाएगी. 

अस्पताल में भर्ती आरटीआई कार्यकर्ता.

बदमाशों की तलाश में चार टीमें गठित

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उधर, सड़क पर किसी के बेसुध पड़े होने की सूचना लोगों ने पुलिस को दी. पुलिस ने घायल को इलाज के लिए बालोतरा ले आए. उनकी हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर कर दिया गया. यहां उन्होंने पुलिस को अपनी पहचान बताई. उन्होंने बताया कि मैं जोधपुर से बस से अपने गांव पहुंचने पर पैदल जा रहा था. इसी दौरान स्कॉर्पियो में नकाबपोश बदमाश आए और मुझे उठाकर किसी सुनसान जगह पर ले गए. यहां मारपीट करने के बाद सड़क किनारे फेंक कर चले गए. उन्होंने पुलिस को जानकारी दी कि मैंने कुछ दिन पहले शराब माफिया के खिलाफ शिकायत की थी और ग्राम पंचायत से आईटीआई मांगी थी.

RTI कार्यकर्ता के साथ बर्बरता

पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की देखरेख में आरटीआई कार्यकर्ता का इलाज करवाया जा रहा है. शरीर में काफी गंभीर चोटें आई हैं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें पकड़ने के लिए चार टीमें गठित की हैं. पुलिस कई बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है.

 

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