उत्तर प्रदेश के अयोध्या में फर्जी दरोगा बनकर एक व्यक्ति ने पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ना सिर्फ युवती का यौन शोषण किया. बल्कि बाद में अपने साथियों के साथ उसका अपहरण कर अपने पास रखकर पहले शारीरिक शोषण किया. यही नहीं उसके परिवार से 80 हजार की फिरौती भी मांग ली. पीड़ित युवती के पिता की शिकायत के बाद हरकत में आई अयोध्या सिटी कोतवाली पुलिस ने फर्जी दरोगा और उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है.
पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने आपको दरोगा बताया करता था और उसने अपने साथ दो नकली पुलिसकर्मी भी रख रखे थे. इस फर्जी दरोगा का राज भी ना खुलता अगर उसने बड़ी गलती ना कर दी होती. आरोपी का नाम अरविंद गौतम है. उसने पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवती का यौन शोषण किया और उसके बाद नौकरी दिलाने की बात कहकर उसे अपने साथ ले गया.
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इस दौरान भी आरोपी ने युवती का लगातार शारीरिक शोषण किया. बात यहीं पर खत्म नहीं हुई बल्कि युवती को लौटाने के नाम पर अरविंद गौतम ने युवती के परिवार वालों से 80 हजार की फिरौती भी मांग ली. इसी के बाद घबराए युवती के पिता ने अयोध्या सिटी कोतवाली पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी.
फर्जी दरोगा और अपहरण की सूचना पाकर पुलिस फौरन हरकत में आई. सर्विलांस के जरिए पुलिस टीम ने कई स्थानों पर दबिश दी. इस दौरान पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और इन्हें जेल भेज दिया गया है. इस गिरफ्तारी में शामिल पुलिस टीम को 20 हजार के पुरस्कार की घोषणा भी की गई है.
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सीओ सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है कि 23 सितंबर को एक परिवार से एक सूचना मिली थी कि उनकी लड़की को फर्जी दरोगा बनकर एक आदमी को नौकरी दिलाने के बहाने कहीं ले गया है. इस सूचना पर पुलिस टीम ने दबिश डालकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. उसके साथ मवई थाना क्षेत्र के रहने वाले दो अन्य व्यक्ति भी पकड़े गए हैं और उन पर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. महिला ने यह आरोप लगाया है कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया है और उसको झांसा दिया गया कि नौकरी दिलवाएंगे जिसके बदले में उसका यौन शोषण किया गया.