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अयोध्या: मरने के पहले 'सिस्टम' से सवाल कर युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर दी जान

मौत के पहले अपने रिकॉर्डेड बयान में युवक ने कहा क‍ि अपने देश की कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार से तंग आकर दे रहा हूं जान, आम आदमियों को नहीं मिल सकता न्याय. उसके बाद कोतवाली नगर के बेनीगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास रेलवे ट्रैक पर उसका शव म‍िला. यह सनसनीखेज घटना यूपी के अयोध्या शहर की है.

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रेलवे ट्रैक पर म‍िला युवक का शव.
रेलवे ट्रैक पर म‍िला युवक का शव.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सुसाइड से पहले रेलवे क्रॉसिंग पर ही बैठ कर बनाया वीड‍ियो
  • आत्महत्या के लिए ठहराया 3 पुलिसकर्मियों और चाचा को जिम्मेदार
  • बेनीगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास रेलवे ट्रैक पर मिला शव

यूपी में अयोध्या कोतवाली नगर के बेनीगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास एक युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी. मौत के पहले रेलवे ट्रैक पर ही रिकॉर्ड किए अपने अंतिम बयान में उसने जो कुछ भी कहा वह हिला देने वाला है.

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उसने सीधे तौर पर कहा कि वह अपने देश की कानून व्यवस्था भ्रष्टाचार और न्यायालय से जहां ईमानदार आदमी के लिए कोई कहीं न्याय नहीं है, मेरी मौत का सिर्फ जिम्मेदार देवकाली चौकी इंचार्ज और हेमंत सिपाही और कोतवाल हैं और मेरे पड़ोसी राम उजागिर मौर्य रामू चाचा हैं ज‍िन्होंने मेरे और मेरे परिवार के साथ बेईमानी की है. आज मैं मर रहा हूं तो इसकी वजह यही लोग हैं.

दरअसल, अयोध्या नगर कोतवाली क्षेत्र के बछड़ा सुलतानपुर के रहने वाले इस युवक की पहचान अमित मौर्या के रूप में हुई है. इसके परिवार का अपने चाचा रामउजागिर मौर्या से जमीन का विवाद चल रहा था जो सिटी मजिस्ट्रेट के यहां विचाराधीन था.

मृतक अमित मौर्या का मानना था कि उसके चाचा ने बेईमानी से उसकी और संपत्ति हथिया ली है. इसकी शिकायत जब उसने देवकाली चौकी और नगर कोतवाली में की तो उसको प्रताड़ित किया गया और उसकी चाचा की मदद की गई. इसके पीछे वह भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराता है. इसी को लेकर वह काफी दिनों से परेशान था और अंततः गुरुवार सुबह लगभग साढ़े 6 बजे रेलवे ट्रैक पर गया और वहीं खड़े होकर पहले अपना अंतिम बयान रिकॉर्ड किया और उसे वायरल किया. इसी के बाद उसने कुछ देर बाद आई ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी.

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अमित मौर्या ने वायरल वीड‍ियो में बताया क‍ि दोस्तों में एकदम तंग आ गया हूं अपने देश की कानून व्यवस्था भ्रष्टाचार और न्यायालय से जहां ईमानदार आदमी के लिए कोई कहीं न्याय नहीं है. मेरी मौत का सिर्फ जिम्मेदार देवकाली चौकी इंचार्ज और हेमंत सिपाही और कोतवाल है और मेरे पड़ोसी रामउजागिर मौर्य रामू चाचा मेरे जो मेरे और मेरे परिवार के साथ बेईमानी किए हैं. मेरे पूरे परिवार के साथ पूरी बेईमानी की है आज मैं मर रहा हूं तो इसकी वजह यही लोग हैं.

कोतवाल ने न तो कागज देखा और न ही उनकी कोई बात ही सुनी

वहीं मृतक के परिजन कहते हैं कि प्रधानमंत्री आवास पास हो गया था, वही बनवा रहे थे. इसी बीच पड़ोसी चाचा ने उनकी बाउंड्री. लैट्रिन और नल तोड़ दिया जिसकी शिकायत के बाद अयोध्या कोतवाली प्रभारी को मौके पर जाकर जांच करने को कहा गया था लेकिन वह नहीं आए. इसी बीच देवकाली चौकी का सिपाही हेमंत आया और काम रुकवा दिया. बाद में देवकाली चौकी पर उन लोगों से पैसा मांगा गया और इसके लिए देवकाली चौकी बुलाया गया जबकि कोतवाल ने न तो कागज देखा और न ही उनकी कोई बात ही सुनी.

मौत के पहले का वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया

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युवक की मौत के कुछ देर बाद ही जब उसकी मौत के पहले का वीडियो वायरल हुआ तो हड़कंप मच गया. आनन-फानन में अयोध्या के एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने इस पूरे मामले की जांच एएसपी स्तर के अधिकारी को सौंप दी है और कहा है क‍ि जांच के बाद रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्यवाही की जाएगी.

यहां एक सवाल और खड़ा होता है कि मौत के पहले भी एक जांच हुई जिसने उसे मौत की आगोश में पहुंचा दिया और मौत के बाद भी जांच जिसकी रिपोर्ट कब तक आएगी कोई समय सीमा नहीं. क्या मौत के पहले का युवक का अंतिम बयान पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त नहीं है और इसी के साथ क्या उनके उसी जगह ड्यूटी पर रहते ईमानदारी से कोई जांच संभव है. यह कई सवाल हैं जो मौत के पहले अमित मौर्या के उठाए गए सवालों द्वारा हर किसी को झिझोड़ते हैं. 

अयोध्या एसएसपी शैलेश कुमार पांडे ने बताया क‍ि थाना नगर कोतवाली क्षेत्र में एक व्यक्ति जिसका नाम अमित कुमार मौर्या था, उनकी ट्रेन के आगे कट जाने से मौत का मामला प्रकाश में आया. संबंधित प्रकरण में तत्काल पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर कार्यवाही प्रचलित की जा रही है. इसमें एक तथ्य और सामने आया है जिसमें उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर आ रहा है जिसमें उनके द्वारा अपनी मृत्यु का कारण जमीनी विवाद में अपने चाचा पर आरोप लगाया गया है और साथ ही साथ पुलिस विभाग के 3 कर्मचारियों पर भी आरोप लगाए गए हैं.

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आरोप के संबंध में प्रथम दृष्टया जो अभी जो जानकारी मिली है उसमें यह पता चला है कि दोनों पक्षों के बीच जमीन का विवाद था जोकि नगर मजिस्ट्रेट के न्यायालय में विचाराधीन भी था. साथ ही साथ दोनों के विवाद को देखते हुए दोनों पक्षों पर पाबंद करने की कार्रवाई भी हुई थी. इसमें डिटेल एक जांच मेरी तरफ से एएसपी से कराई जा रही है. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुरूप आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

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