पंजाब पुलिस ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बब्बर खालसा इंटरनेशनल के एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया है. स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल मोहाली (SSOC) द्वारा गिरफ्तार आतंकी की पहचान सचिनदीप सिंह उर्फ सचिन पुत्र बलतेज सिंह निवासी गांव डायलपुरा, अजनाला, अमृतसर के रूप में हुई है. ये आतंकी 10 फरवरी, 2025 को महाराष्ट्र के नांदेड़ में हुए हत्याकांड में शामिल था.
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि सचिन गिरफ्तारी से बचने के लिए थाईलैंड भागने की योजना में था. इसके लिए पंजाब से दिल्ली आया था. लेकिन पंजाब पुलिस ने उसके मंसूबे पर पानी फेरते हुए उसे दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तारी कर लिया. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सचिनदीप सिंह ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल आतंकी नेटवर्क में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था. कई वारदातों में शामिल था.
पाकिस्तान में रहने वाले आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंडा और यूएसए में बैठे बब्बर खालसा इंटरनेशनल के ऑपरेटिव हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया के दिशा निर्देशन में काम कर रहा था. आतंकी संगठन के गुर्गों और शूटरों आश्रय, रसद और वित्तीय सहायता प्रदान करता था. ये गिरफ्तारी प्रमुख शूटर जगदीश सिंह उर्फ जग्गा और उसके साथी शुभदीप सिंह उर्फ शुभ की गिरफ्तारी के बाद हुई है.
उन दोनों को पिछले महीने ही हथियारों के साथ पकड़ा गया था. इससे पहले पंजाब के मोहाली में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गैंगस्टर गोल्डी बरार के खास शूटर को हिरासत से भागने की कोशिश करते समय पुलिस एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया था. इस एनकाउंटर में गैंगस्टर के पैर में गोली लगी थी. आरोपी गैंगस्टर का नाम मलकियत उर्फ मैक्सी बताया गया, जिसे इलाज के बाद जेल भेज दिया गया.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया था कि अमृतसर के राजासांसी के रोडाला गांव का मूल निवासी मैक्सी विदेशी आतंकवादी गोल्डी बरार और गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों का गुर्गा है. उनकी ओर से जबरन वसूली करने वाला गिरोह संचालित कर रहा था. उसको उसके साथी संदीप उर्फ दीप को पटियाला पुलिस ने आर्म्स एक्ट के एक मामले में गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं.
पंजाब पुलिस ने 130 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया
पंजाब पुलिस ने शनिवार को राज्य भर में चल रहे नशा विरोधी अभियान के तहत 516 स्थानों पर छापेमारी करते हुए 130 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से 3.04 किलोग्राम हेरोइन, 9.3 किलोग्राम अफीम, 6,673 नशीली गोलियां और 5.39 लाख रुपए नकद बरामद किए गए हैं. यह अभियान डीजीपी गौरव यादव के निर्देश पर राज्य के सभी जिलों में एक साथ चलाया गया.
1700 पुलिसकर्मी, 250 टीमें, पूरे राज्य में छापेमारी
विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि 1,700 से अधिक पुलिसकर्मियों वाली 250 से अधिक पुलिस टीमों ने पूरे राज्य में छापेमारी की है. पूरे दिन चले अभियान के दौरान 602 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की है. जब तक पंजाब से नशे की समस्या का खात्मा नहीं हो जाता, तब तक इस तरह के अभियान जारी रहेंगे. पुलिस ने छह जिलों बठिंडा, मानसा, बरनाला, पटियाला और संगरूर में जांच की है.
CM भगवंत मान ने चलाया है नशा मुक्ति अभियान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पहले राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए तीन महीने की समयसीमा तय की थी. राज्य सरकार द्वारा नशे की समस्या के खिलाफ नए सिरे से अभियान चलाए जाने के तहत नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. कुछ जगहों पर उनकी संपत्तियां भी ध्वस्त की गई हैं. पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ कार्रवाई की निगरानी के लिए एक कैबिनेट उप-समिति भी बनाई है.