उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक युवती की आत्महत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों आरोपियों में से एक उसका प्रेमी और दूसरा मंगेतर है. 23 मार्च को 20 वर्षीय पूजा का शव जिले के नगरा थाना क्षेत्र के सरया गुलाब राय गांव में पेड़ से लटका मिला था. उसके दोनों हाथ बंधे हुए थे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है. दोनों से हिरासत में पूछताछ की जा रही है.
उधर, मृतक युवती के परिवार ने कहा कि उसकी हत्या की गई है. उन्होंने पुलिस की सुसाइड थ्योरी को खारिज करते हुए इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. पूजा की बहन नेहा ने कहा कि पुलिस झूठी कहानी पेश कर रही है. उसने जोर देकर कहा कि उसकी बहन की हत्या की गई है. उसने इस दावे का खंडन किया कि पूजा ने आत्महत्या करने का तरीका जानने के लिए यूट्यूब से वीडियो देखा था, क्योंकि ऐसे वीडियो वहां प्रतिबंधित हैं.
वहीं, पुलिस के अनुसार, पूजा ने आत्महत्या तब की जब उसके प्रेमी ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, क्योंकि उसकी शादी किसी दूसरे व्यक्ति से तय हो गई थी. उसने फांसी लगाने से पहले आत्महत्या करने का तरीका बताने वाला यूट्यूब वीडियो देखा था. युवती के गांव के मूल निवासी लालू चौहान और मऊ जिले के राम दुलारे को शनिवार को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. दोनों को कानूनी कार्यवाही के बाद जेल भेज दिया गया.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ओमवीर सिंह ने बताया कि राम दुलारे की शादी 25 अप्रैल को पूजा से होनी थी. पूजा ने खुदकुशी से पहले अपने प्रेमी और मंगेतर को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन इसके बावजूद दोनों ने उसके परिवार या पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी. पूजा अपने प्रेमी द्वारा उसका फोन नंबर ब्लॉक किए जाने से परेशान थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य (कॉल रिकॉर्डिंग) और भौतिक साक्ष्य के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है.
एसपी ने बताया कि पूजा के परिवार की शिकायत पर उसके गांव के चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इस शिकायत में हत्या का संदेह जताया गया है. लेकिन पोस्टमार्टम जांच, जिसकी वीडियोग्राफी की गई और डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा जांच की गई, में आत्महत्या का कारण सामने आया. शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं पाई गई. साक्ष्य एकत्र करने के दौरान, तकनीकी डेटा से उनके खिलाफ हत्या का सबूत नहीं मिला, जिनके खिलाफ केस है.
उन्होंने बताया कि अब तक की जांच से पता चलता है कि यह आत्महत्या थी, लेकिन आगे की जांच जारी है. पूजा के परिवार ने पुलिस के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है. उसके पिता धर्मराज पुलिस स्टेशन में चौकीदार के रूप में काम करते हैं. उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति हाथ-पैर बांधकर आत्महत्या कैसे कर सकता है? ये आत्महत्या नहीं, बल्कि सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या है. इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए.