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बरेली केस में नया ट्विस्ट, जांच में सुसाइड नोट निकला फर्जी, पुलिस ने 50 लोगों पर दर्ज किया केस

बरेली के आंवला में लापता युवती को खोजने के एवज में पुलिस की ओर से पैसा मांगने और फिर पिता के आत्महत्या करने के मामले में नया ट्विस्ट आया है. पिता की लाश के पास मिला सुसाइड नोट फर्जी निकला है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • लड़की का हुआ कथित अपहरण
  • खोजने के लिए पुलिस मांग रही थी पैसा!
  • लड़की के पिता ने की थी आत्महत्या

बरेली के आंवला में लापता युवती को खोजने के एवज में पुलिस की ओर से पैसा मांगने और फिर पिता के आत्महत्या करने के मामले में नया ट्विस्ट आया है. मृतक के पास से बरामद सुसाइड नोट फॉरेंसिक और राइटिंग एक्सपर्ट की रिपोर्ट में फर्जी मिला है. इसके बाद पुलिस पर हमला करने के आरोप में 50 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

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एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि राइटिंग एक्सपर्ट ने बेटी को भगाने की एफआईआर की मृतक की राइटिंग और सुसाइड नोट की राइटिंग का जब मिलान किया तो दोनों में अंतर मिला.

गौरतलब है कि बरेली के आंवला कोतवाली क्षेत्र की रामनगर चौकी के रहने वाले मृतक शिशु पाल सिंह की बेटी गांव के ही रहने वाले एक 30 वर्षीय युवक के साथ 8 अप्रैल को कहीं चली गई थी. परिजन का आरोप है कि लड़की का अपहरण किया गया और इस बाबत परिजनों ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी.

आरोप है कि लड़की के पिता शिशुपाल, रामनगर चौकी पर तहरीर लेकर पहुंचे तो चौकी इंचार्ज ने उनसे बदसलूकी की, फिर तहरीर फाड़ दी. शिशुपाल बदसलूकी सह ना पाए और उन्होंने आहत होकर आत्महत्या कर ली. युवती के पिता की आत्महत्या के बाद उनके परिजनों ने इसके लिए जिम्मेदार रामनगर चौकी इंचार्ज को बताया था.

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शिशुपाल के परिवार वालों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज मामले को लेकर हिला हवाली करता रहा था और पैसे की मांग कर रहा था, जिसके कारण शिशुपाल ने आत्महत्या कर ली. बरेली के एसएसपी  रोहित सिंह सजवान ने बताया कि 8 अप्रैल को  युवती गांव के युवक के साथ चली गई थी, जिसमें आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही थी.

एसएसपी के मुताबिक, इसी बीच युवती के पिता ने अपने घर मे आत्महत्या करके जान दे दी, जानकारी होने पर रामनगर चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे तो मृतक के परिजनों ने दरोगा पर आरोप लगाना शुरू कर दिया और पुलिस पर पथराव किया. मामला बढ़ता देखकर एसएसपी ने चौकी इंचार्ज को उसी समय लाइन हाजिर कर दिया और मामले जांच के आदेश दे दिए.

पूरे प्रकरण की जांच एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने की और पाया कि सुसाइड नोट फर्जी है. अब पुलिस ने झूठे सुसाइड नोट और पुलिस पर हमला करने के मामले में 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और कहा कि 15 तारीख को बरेली में पंचायत चुनाव निपटने के बाद कार्रवाई की जाएगी.

 

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