पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पुलिस ने भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें कोर्ट द्वारा चार दिन की पुलिस हिरासत में भी भेज दिया गया है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले टीएमसी छोड़ बीजेपी में आने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं. उन पर आरोप है कि जब वे बिष्णुपुर नगर पालिका के अध्यक्ष हुआ करते थे, तब उनके द्वारा ठेका देने में हेरफेर की गई. अब उसी मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
बीजेपी नेता पर भ्रष्टाचार का आरोप, गिरफ्तार
इस गिरफ्तारी पर बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने स्पष्ट कर दिया है कि हर दोषी को सजा मिलना जरूरी है. वे कहते हैं कि कई लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. उन सभी मामलों में जांच होनी चाहिए और दोषी को कड़ी सजा देनी चाहिए. ऐसे मामलों में ये नहीं मायने नहीं रखता कि आरोपी कौन सी पार्टी से आता है. कई ऐसे नेता हैं जिन्होंने जब टीएमसी छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर ली, तब उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है. ऐसे में दिलीप घोष ने तो अपने नेता को बचाने का सीधा प्रयास नहीं किया है लेकिन कुछ स्थानीय नेता ऐसे हैं जो इसे टीएमसी की साजिश बता रहे हैं. उनकी नजरों में जब तक ये नेता टीएमसी में थे, तब कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी.लेकिन जैसे ही इन नेताओं ने बीजेपी ज्वाइन की, उन पर तरह-तरह के आरोप लगाए जाने लगे.
टीएमसी छोड़ बीजेपी में आए थे
जानकारी के लिए बता दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी विष्णुपुर से पूर्व विधायक हैं. टीएमसी छोड़ उन्होंने बीजेपी जरूर ज्वाइन की, लेकिन वे इस बार का विधानसभा चुनाव हार गए. अब उस हार से वे उबर पाते, उससे पहले ही उनकी गिरफ्तारी कर ली गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और उनसे कई तरह के सवाल-जवाब भी किए जा रहे हैं. वैसे इससे पहले शारदा कांड में भी श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नाम सामने आया था.