एक बार फिर बिहार में अपराधियों ने पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दी है. नालंदा में एलआईसी अधिकारी की बेरहमी से हत्या की गई. तो छपरा में वार्ड मेंबर का मर्डर कर दिया गया. वही पटना में बेटी से छेड़खानी का विरोध करने पर मनचलों ने उसकी मां की हत्या कर दी. इन तीन वारदातों को लेकर सुशासन पर सवाल उठ रहे हैं.
यूपी के हाथरस जैसा कांड अब बिहार के पटना में हुआ है. फतुहा इलाके में छेड़खानी का विरोध करने पर एक मां को मनचलों ने मार डाला. घरवालों का आरोप है कि गांव के कुछ मनचलों ने इस वारदात को अंजाम दिया. मृतका के पति ने कहा कि मेरी बेटी के साथ छेड़खानी किया करता था, मेरी पत्नी लगातार मना करती रहती थी, आज घर पर आकर विनय ने गोली मार दी.
अब बात छपरा की, जहां पुलिस की एक गाड़ी को नाराज भीड़ ने आग के हवाले कर दिया. कुछ अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी. हालात ऐसे हो गए कि इलाके में शांति बहाली के लिए भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती करनी पड़ी. लोगों का ये गुस्सा एक वार्ड मेंबर की लाश मिलने के बाद फूटा.
मंगलवार रात से वार्ड मेंबर सद्दाम हुसैन का कोई सुराग नहीं था. बुधवार की सुबह लाश मिली. सद्दाम इस बार मुखिया का चुनाव लड़ने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही उनकी हत्या कर दी गई. अब घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है. पुलिस अब जांच में जुटी है कि आखिर हत्या के पीछे क्या वजह है.
सबसे हैवानियत का मंजर दिखा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक शहर नालंदा में.रविवार को वहां एक LIC अफसर की हत्या कर दी गई थी. खून के प्यासे क्रूर अपराधियों ने लाठी-रॉड और ईंट से पीट-पीटकर मार डाला. वारदात की सीसीटीवी तस्वीरें हत्यारों की करतूतों की गवाही दे रही हैं.
बताया जा रहा है कि जमीन विवाद में LJP के नेता ने अपने गुंडों के साथ LIC अफसर को मार डाला. बिहार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाने वाले इन मामलों में से किसी में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है.