बिहार की जेलों में इन दिनों क्षमता से अधिक कैदी बंद हैं. ऐसे में लगातार कैदियों के तबीयत बिगड़ने की खबर आते रहती हैं. ताजा मामला दरभंगा और मोतिहारी से सामने आया है. जहां कैदियों की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है. परिजन प्रशासन पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. पहला मामला दरभंगा जेल में बंद कैदी कृष्ण कुमार साह की मौत से जुड़ा हुआ है. कैदी की मौत के बाद परिजन दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल पहुंच गए और जमकर हंगामा किया. परिजनों का कहना हैकि जेल में बंद एक दबंग कैदी ने कृष्ण कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर दी है.
परिजनों का आरोप है कि कृष्ण कुमार अवैध शराब तस्करी मामले में बंद था. जेल के अंदर सुविधा देने के लिए परिजनों से 5 से 10 हजार रुपये देने की मांग की जा रही थी. परिजन पैसे देने में असमर्थ थे. परिजनों को कैदी कृष्ण ने बताया था कि जेल के अंदर दबंग कैदियों का राज है. वो किसी भी नए आने वाले कैदी से सोने-नहाने और खाने के साथ चैन से रहने के लिए फीस की वसूली करते हैं. अगर उन्हें न दिया जाए तो प्रताड़ित किया जाता है. कृष्ण कुमार से भी 10 हजार रुपये की मांग की गई थी. नहीं देने पर उसके साथ मारपीट की गई. बता दें कि हाल में मानवाधिकार आयोग की टीम ने बिहार की जेलों में मौजूद सुविधा को लेकर टिप्पणी की थी. जिसमें जेलों के अंदर की स्थिति को खतरनाक बताया गया था.
जेल के अंदर से कैदियों की ओर से परिजनों को बताई जा रही खबर के मुताबिक, कैदियों से वसूली जाने वाली राशि में जेल प्रशासन के अधिकारियों का भी हिस्सा रहता है. कैदी कृष्ण कुमार के शरीर पर चोट के निशान भी हैं. परिजनों ने हत्या की जांच की मांग की है. वहीं पूरे मामले पर दरभंगा के SDPO कृष्णंदन कुमार ने बताया कि कृष्ण कुमार साह शराब के मामले में जेल में बंद था और नशे का आदी था. ऐसे में जब जेल के अंदर उसकी तबीयत खराब हुई तो जेल प्रशासन ने उसे बेहतर इलाज के लिए दरभंगा DMCH अस्पताल भेजा. जहां उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप गलत है.
वहीं मोतिहारी सेंट्रल जेल में बंद एक कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने सदर अस्पताल में जमकर हंगामा काटा. परिजनों के मुताबिक, पुलिस ने मृतक दिनेश राम को शराब के कारोबार के आरोप में 31 मई को गिरफ्तार किया. अरेराज नगर पंचायत के बरवा गांव में पुलिस ने छापामारी कर दिनेश राम को गिरफ्तार किया.
परिजनों का आरोप है कि गिरफ्तारी के दौरान और उसके बाद अरेराज थाना में दिनेश राम की बेरहमी से पिटाई हुई. जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. जेल में दिनेश की तबीयत बिगडने पर जेल प्रशासन नें मोतिहारी सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान आज मौत हो गई है. मृतक कैदी दिनेश राम की पत्नी शोभा देवी ने बताया कि पुलिस ने घर में घुसकर दिनेश की बेल्ट और लाठी से पिटाई की थी. मामले में मोतिहरी नगर थानाध्यक्ष विजय कुमार राय ने बताया कि दो दिनों से मोतिहारी सेन्ट्रल जेल के कैदी दिनेश राम का नशा मुक्ति केन्द्र में इलाज चल रहा था, जहां उसकी आज मौत हो गई. मारपीट का आरोप गलत है.