
बिहार के गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है. इस मामले पर डीएम डॉक्टर नवल किशोर चौधरी का कहना है कि अब तक गोपालगंज में 9 लोगों की मौत हो चुकी है. सभी शवों का पोस्टमार्टम करा दिया गया है.
तीन जगह की गई छापेमारी में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार किए गए लोगों के घर से देशी शराब के पाउच मिले थे. डीएम ने बताया कि इमरजेंसी के लिए मेडिकल टीम को तैयार कर रखा है. इसके पश्चिम चंपारण में 8 लोगों की संदेहास्पद मौत हो गई है. जहरीली शराब पीने से मौत की आशंका लगाई जा रही है. जिला प्रशासन ने अभी तक इन मौतों की पुष्टि की है, लेकिन एक मृतक के परिजन का कहना है कि शराब पीने से मौत हुई है.
जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की मौत
वहीं इलाके के लोगों का कहना है कि इस शराब कांड में मरने वालों की संख्या 10 है. संतोष साह, छोटेलाल साह, छोटेलाल सोनी, सूरज राम, चंद्रमा राम, दुर्गा शर्मा, इंद्रजीत राम, मुकेश राम, लालबाबू राम और बैलिस्टर राम की मौत हो चुकी. जबकि डीएम द्वारा 9 लोगों की मौत की बात बताई जा रही है.
इसके अलावा सात लोगों को अलग-अलग अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. इनमें भोला राम की स्थिति बिगड़ने पर पटना इलाज के लिए भेजा गया है.
तीन लोग गिरफ्तार
बिहार के खनन मंत्री जनक राम लोगों का हाल चाल जानने के लिए मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की. साथ ही उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि किसी भी हाल में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. जनक राम ने कहा कि विकास के खिलाफ कुछ लोगों द्वारा कुचक्र रचा जा रहा है और बिहार सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसी साजिश रची जा रही है. इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
शराबबंदी के बावजूद शराब पीने से हुई मौतें
बता दें, बिहार में 5 अप्रैल 2016 को शराबबंदी हुई थी. तब से लेकर अब तक 123 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है. बताया जाता है कि साल 2016 से 2020 तक 35 लोगों की मौत हुई थी. इस साल अब तक 86 जानें गई हैं. इनमें बीते 48 घंटों में हुईं 21 मौतें भी शामिल हैं.