भारत-नेपाल सीमावर्ती पुलिस के लिए सिरदर्द बना कुख्यात अंतरराष्ट्रीय अपराधी आरके यादव उर्फ नेपाली उर्फ माओवादी सहित 3 लोगों को सुपौल पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस पर सुपौल पुलिस ने आरके यादव को नेपाली नागरिक सोमनाथ यादव की अपहरण और हत्या मामले में हरियाणा के गुड़गांव से गिरफ्तार किया है.
सुपौल एसपी मनोज कुमार ने सुपौल समाहरणालय स्थित पुलिश अधीक्षक कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए बताया कि आरके यादव को इंटरपोल नई दिल्ली काफी अर्से से तलाश रही थी. कुख्यात की गिरफ्तारी को लेकर इंटरपोल की तरफ से 12 मई को रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था.
नेपाल के सिरहा जिले के सोमनाथ यादव के अपहरण को लेकर नेपाल पुलिस आरके यादव की तलाश काफी अर्से से कर रही थी. इस अपहरण मामले में बिहार के सुपौल का नाम तब जुड़ गया जब आरके यादव ने भारतीय भूभाग से सोमनाथ की रिहाई के एवज में उनके परिजन से 1.5 करोड़ रुपये की मांग किया गया.
नेपाली पुलिस को इनपुट मिला कि सोमनाथ को सुपौल के निर्मली थाना क्षेत्र के महुआ गांव में उमेश यादव के घर बंद कर रखा गया है. उसके बाद नेपाल पुलिस ने इंटरपोल से मदद मांगी. इंटरपोल के नई दिल्ली स्थित भारतीय कार्यालय से सूचना मिलने के बाद मामले में सुपौल पुलिस ने कार्रवाई आरम्भ की.
इंटरपोल के हस्तक्षेप के बाद सुपौल पुलिस अधीक्षक ने पुलिस इंस्पेक्टर बासुदेव रॉय के नेतृत्व में एक टीम गठित जांच शुरू की, लेकिन उसे ख़ास सफलता नही मिल सकी. वीरपुर एएसपी रामानंद कौशल के नेतृत्व में विशेष टीम गठित किया गया. इस टीम को पहली सफलता तब मिली जब अपहरणकर्ता सतीश यादव को गिरफ्तार किया गया.
सतीश ने बताया कि फिरौती अदा करने में हो रहे देरी की वजह से आरके यादव ने 19 अप्रैल को सोमनाथ की गोली मार हत्या कर दी और लाश को कोसी नदी में फेंक दिया. सतीश की निशानदेही पर कोसी नदी में गोताखोरों की मदद से शव की तलाश की गई , लेकिन कोसी नदी का जलस्तर बढ़ जाने से सफलता नहीं मिली.
इसके बाद आरके यादव को हरियाणा के गुड़गांव से गिरफ्तार कर घटनास्थल पर लाया गया. इसके बाद घटना में उपयोग में लाये गए स्कार्पियो और शामिल एक अन्य अपराधी रामानंद यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया. आरके यादव पर सुपौल व मधुबनी समेत कई जिले में अपहरण,हत्या ,डकैती, बम ब्लास्ट ,हथियार तस्करी, सहित अन्य दर्जनों मामले दर्ज है.