बिहार के भोजपुर में स्थित वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर पर स्थानीय दबंग छात्र ने हमला कर दिया. प्रोफेसर अमरेंद्र नारायण यूनिवर्सिटी के पीजी डिपार्टमेंट में भौतिकी पढ़ाते हैं. छात्र नेता विकास पांडे उर्फ जीतेंद्र पांडे पर आरोप है कि उसने 13 अगस्त को प्रोफेसर के साथ मारपीट की है.
प्रोफेसर अमरेंद्र नारायण ने 3 साल पहले अमेरिका से लौट कर विश्वविद्यालय ज्वाइन की थी. 37 साल के अमरेंद्र ने आईआईटी कानपुर से एमटेक किया है. इसके बाद उन्होंने अमेरिका के मिसीसिपी स्टेट्स यूनिवर्सिटी से पीएचडी की डिग्री ली है.
प्रोफेसर अमरेंद्र नारायण का कहना है कि अमेरिका से लौटकर उन्होंने यहां कई रफॉर्म्स किए. इससे नाराज कुछ छात्र नेताओं ने उनपर हमला किया है.
विश्वविद्यालय में बतौर अस्सिटेंट प्रोफेसर कार्यरत अमरेंद्र कहते हैं कि उनका परिवार नहीं चाहता था कि वो अमेरिका से लौट कर बिहार आएं, क्योंकि उनका कहना था कि यहां का माहौल ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि मारपीट की घटना मेरे होमटाउन में हुई है, जहां का मैं रहने वाला हूं. जिस शख्स ने मुझ पर हमला किया है वो बड़े गिरोह का हिस्सा है.
विश्वविद्यालय में आने के बाद उन्होंने परीक्षा प्रणाली को सुधारा और संस्थान के कम्प्यूटर सिस्टम को दुरुस्त किया ताकि समय पर नतीजे आ सके. इससे विश्वविद्यालय का करोड़ों रुपया बचा जिसका इस्तेमाल पहले रिजल्ट तैयार करने के लिए आउटसोर्स करने में किया जाता था.
उन्होंने पीएचडी करे रहे छात्रों के लिए प्लेगरिज्म टेस्ट की व्यवस्था की, ताकि छात्रों की थीसिस मौलिक हो और नकल न हो. प्रोफेसर का आरोप है कि उनके इन कदमों की वजह से कई लोगों का करोड़ों का ठेका चला गया इसलिए उनपर हमला किया गया.
आश्चर्यजनक रूप से उनपर हमले के आरोपी विकास पांडे ने इस प्रोफेसर के खिलाफ 15 अगस्त को छेड़छाड़ का FIR दर्ज करवाया था. हालांकि पुलिस जांच में ये आरोप गलत साबित हुए. इसके बाद 17 अगस्त को प्रोफेसर अमरेंद्र नारायण ने विकास पांडे के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया. घटना के बाद से विकास पांडे फरार है.