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Bihar: हाईवे के सूट-बूट वाले लुटेरे, सरकारी अधिकारी बनकर वारदात को देते थे अंजाम

Bihar News: गैंग में दर्जनों लुटेरे शामिल थे. लुटेरे पूरी प्लानिंग के साथ सूट-बूट में दिखते थे. रात गहराते ही हाइवे पर खड़े हो जाते थे. साथ में एक लग्जरी गाड़ी भी होती थी. उसके बाद शुरू करते थे अपना घिनौना खेल.

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आरोपी मोबाइल व्हीकल अधिकारी बनकर गाड़ियों को रोकते थे.
आरोपी मोबाइल व्हीकल अधिकारी बनकर गाड़ियों को रोकते थे.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • गाड़ी सवार महिलाओं से छेड़छाड़ भी करते थे
  • नेशनल हाइवे था लूट का केंद्र
  • लूटे से पहले बनाते थे प्लानिंग

Bihar News: बिहार में नेशनल हाइवे को क्राइम का केंद्र बना देने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. इस गिरोह ने बिहार के सोनपुर नेशनल हाइवे को अपना ठिकाना बना रखा था. गैंग में शामिल दर्जनों लुटेरे कभी माइनिंग अधिकारी और कभी मोबाइल व्हीकल पदाधिकारी बनकर गाड़ियों को रोकते थे. हाइवे से गुजरने वाली गाड़ियां जब इनके इशारे पर रुक जाती थीं, उसके बाद लूट की वारदात को अंजाम देते थे. 

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सोनपुर के एएसपी अंजनी कुमार ने बताया कि पुलिस ने हाइवे पर लूट को अंजाम देने वाले गैंग के 3 शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. इन तीनों लुटेरों की निशानदेही पर पुलिस ने लूटा हुआ एक ट्रक बरामद किया है. साथ ही आरोपियों के पास से भारी संख्या में एंड्रायड मोबाइल, लैपटॉप और हार्ड जिस्क के अलावा लूट में आने वाले हथियार के साथ जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं. पुलिस इन लुटेरों से पूछताछ कर गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

लूटे से पहले बनाते थे प्लानिंग

एएसपी के मुताबिक, खुद को ऑफिसर जैसा दिखाने के लिए ये महंगे सूट-बूट पहनते थे. लग्जरी गाड़ी का इस्तेमाल कर कई बार शिकार का पीछा करते थे. फिर आगे वाली टीम को फोन कर बताते थे कि फलाने नंबर की गाड़ी इस रास्ते से गुजरने वाली है. इनके साथ गैंग में और भी कई स्मार्ट दिखने वाले लुटेरे हैं, जिनकी गिरफ्तारी अभी बाकी है. गिरफ्तारी सभी लुटेरों की अपनी आपराधिक जिंदगी है, जो पहले से पुलिस के पास दर्ज है. पुलिस इलाके में हुई कई लूट की घटनाओं का खुलासा करने में कामयाब हुई है.

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गाड़ी सवार महिलाओं से छेड़छाड़ भी करते थे

बताया जा रहा है कि लुटेरे लूटपाट की घटना को अंजाम देने के बाद वाहन में सवार महिला यात्रियों से छेड़खानी भी करते थे. कई बार लोग डर और इज्जत का ख्याल कर पीड़ित लोग घटना  के बारे में नहीं बताते थे. वहीं, लुटेरे गाड़ी रुकने पर अपना परिचय माइनिंग ऑफिसर और डीटीओ के रूप में देते थे. उसके बाद जैसी ही गाड़ी रुकती थी, लूटपाट की घटना को अंजाम देने लगते थे. फिलहाल इनकी गिरफ्तारी से सोनपुर पुलिस महकमे में खुशी का माहौल है. क्योंकि पुलिस इन लुटेरों को काफी दिनों से तलाश रही थी.

 

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