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बिहार: अधिकारी के घर से पौने दो करोड़ रुपये बरामद, कहा- बेटी को डॉक्टर बनाना था

आरोपी दीपक ने बताया कि बेटी के मेडिकल में एडमिशन के लिये उसने ये पैसा रखा था. उसे पता नहीं था कि कितना पैसा लगेगा. उसने अधिकारियों से ये भी कहा कि उसकी मति मारी गई थी जो इतना पैसा घर में रखा था.

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स्टोरी हाइलाइट्स
  • अधिकारी के घर विजिलेंस की छापेमारी
  • अधिकारी के घर से पौने दो करोड़ रुपये बरामद

अपनी बेटी को डॉक्टर बनने के लिए बिहार के श्रम परिवर्तन पदाधिकारी ने काली कमाई का ऐसा पहाड़ खड़ा किया कि खुद उसमें फंस गया. श्रम परिवर्तन अधिकारी दीपक कुमार शर्मा के घर से पौने दो करोड़ मिलने की उम्मीद विजिलेंस विभाग को भी नहीं थी.

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घर में इतनी मात्रा में कैश रखे जाने पर दीपक ने ब्यूरो अधिकारियों को बताया कि बेटी के मेडिकल में एडमिशन के लिये उसने ये पैसा रखा था. उसे पता नहीं था कि कितना पैसा लगेगा. उसने अधिकारियों से ये भी कहा कि उसकी मति मारी गई थी जो इतना पैसा घर में रखा था.

मंगानी पड़ी मशीन

शनिवार को विजिलेंट ने श्रम परिवर्तन अधिकारी दीपक कुमार के घर पर छापेमारी की थी, जिसमें पौने दो करोड़ कैश बरामद हुआ. एक मजिस्ट्रेट लेवल के अधिकारी के यहां इतनी मात्रा में कैश बरामद होने पर ब्यूरो के अधिकारी भी अचंभित थे. पैसा इतना था कि रुपये गिनने के लिये बैंक से उन्हें मशीन मंगवानी पड़ी. यही नहीं, कैश के अलावा लगभग एक करोड़ की ज्वैलरी के साथ-साथ करीब 25 करोड़ के जमीन के कागजात भी बरामद किए गए.

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शराब और बालू तस्करों के जरिए कमाई

दीपक शर्मा पर विजलेंस ने आय से अधिक सम्पत्ति का मामला दर्ज किया है, क्योंकि कमाई उनकी आय से लगभग 25 गुना ज्यादा है. दीपक कुमार शर्मा ने ये काली कमाई कहां की इसकी चौंकाने वाली जानकारी मिल रही है. क्योंकि वो जिस विभाग में जिस पोस्ट पर हैं उसमें इतनी अधिक काली कमाई की संभावना ही नहीं थी.

जानकारी के मुताबिक, दीपक कुमार डेप्यूटेशन पर अपनी पोस्टिंग कैमूर ज़िले के मोहनियां स्थित समेकित चेक पोस्ट पर तैनात थे. माना जा रहा है कि दीपक की ये कमाई शराब और बालू तस्करी की वजह से हुई है. बिहार में शराबबंदी का फायदा उठाकर उत्तर प्रदेश के शराब तस्करों को रास्ता देकर ये मोटा पैसा बनाया गया था. 

'हर हाल में अपनी बेटी को बनाना था डॉक्टर'

विजिलेंस के मुताबिक दीपक और उसकी पत्नी की कमाई 1.50 करोड़ से ज्यादा नहीं होनी चाहिए लेकिन घर में ही पौने दो करोड़ मिल गए. बकौल दीपक, वह किसी भी कीमत पर अपनी बेटी को डॉक्टर बनाना चाहता है लेकिन उसे पता नहीं था कि एडमिशन में कितने पैसे लगेंगे. उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन विजिलेंस उसके घर पर छापा मार सकती है. वो बेखौफ होकर घर में पैसा जमा कर रहा था.

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