दिल्ली शराब घोटाले को लेकर सीबीआई और ईडी की जांच अब तक कई बड़े राजनेताओं तक पहुंच चुकी है. इस मामले में ईडी तेलंगाना के पूर्व सीएम के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को गिरफ्तार कर लिया है. अब जानकारी आ रही है कि ईडी द्वारा के. कविता की गिरफ्तारी के खिलाफ उनकी टीम सुप्रीम कोर्ट जाएगी और शनिवार को उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल कर तत्काल सुनवाई की भी मांग करेगी.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को दिल्ली शराब नीति मामले से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता के हैदराबाद स्थित घर पर तलाशी ली, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया और अब उन्हें जांच एजेंसी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक के कविता पर एजेंसी ने ये एक्शन दो समन के बाद भी पूछताछ में शामिल नहीं होने के बाद लिया है.
इस वजह से हुआ एक्शन!
बता दें कि बीआरएस नेता ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए 16 जनवरी को इस मामले में नए दौर की पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश नहीं हुईं थीं. पिछले साल इस मामले में उनसे तीन बार पूछताछ की गई थी और केंद्रीय एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत उनका बयान दर्ज किया था. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एमएलसी के कविता ने पहले कहा था कि कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और आरोप लगाया था कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ईडी का उपयोग कर रही हैं, क्योंकि बीजेपी तेलंगाना में बैक डोर से एंट्री नहीं कर सकती है.
SC जाएगी के. कविता की टीम
वहीं, ईडी द्वारा बीआरएस नेता के. कविता ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगी. उनकी टीम शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर तत्काल सुनवाई की भी मांग करेगी. उनकी टीम का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट के सुरक्षा के अंतरिम आदेश को ध्यान में रखते हुए उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता था.
पूछताछ में सामने आया था के कविता का नाम
दिल्ली शराब नीति मामले के आरोपियों में से एक अमित अरोड़ा ने पूछताछ के दौरान के कविता का नाम लिया था. इसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि साउथ ग्रुप नामक एक शराब लॉबी थी, जिसने एक अन्य आरोपी विजय नायर के माध्यम से आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं को 100 करोड़ रुपये तक का भुगतान किया था.
कैसे फंसी के. कविता
पिछले साल दिसंबर में ईडी ने अमित अरोड़ा की रिमांड रिपोर्ट में बताया था कि आम आदमी पार्टी के नेताओं की ओर से विजय नायर और दूसरे लोगों को 'साउथ ग्रुप' ने 100 करोड़ की रिश्वत दी थी. 11 दिसंबर को सीबीआई की टीम ने हैदराबाद में कविता के घर पर उनसे पूछताछ की. 22 दिसंबर को ईडी ने चार्जशीट में दावा किया कि कविता के मालिकाना हक वाले ग्रुप ने विजय नायर को 100 करोड़ की रिश्वत दी थी.
ईडी ने फरवरी में सीबीआई ने सीए बुचीबाबू गोरंतला को गिरफ्तार किया. माना जाता है कि गोरतला कविता का अकाउंट संभाला करता था. ईडी ने 7 मार्च को हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को गिरफ्तार किया. पिल्लई ने ईडी को पूछताछ में बताया कि कविता और आम आदमी पार्टी के बीच एक समझौता हुआ था. इसके तहत 100 करोड़ का लेनदेन हुआ, जिससे कविता की कंपनी इंडोस्पिरिट्स को दिल्ली के शराब कारोबार में एंट्री मिली.
पिल्लई ने बताया कि एक मीटिंग हुई थी, जिसमें वो, कविता, विजय नायर और दिनेश अरोड़ा मौजूद थे. इस मीटिंग में दी गई रिश्वत की वसूली पर चर्चा हुई थी.
क्या है साउथ ग्रुप
साउथ ग्रुप असल में दक्षिण के राजनेताओं, कारोबारियों और नौकरशाहों का एक ग्रुप है. इसमें सरथ रेड्डी, एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी, राघव मुगन्टा और के. कविता शामिल थीं. इस ग्रुप का प्रतिनिधित्व अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली और बुच्ची बाबू ने किया था. साउथ ग्रुप ने विजय नायर (आम आदमी पार्टी के लिए) 100 करोड़ रुपये एडवांस में दिए थे.
KTR ने किया केंद्र सरकार पर हमला
वहीं, के. कविता की गिरफ्तार पर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए केटीआर ने कहा कि साल 1323 में अलाउद्दीन खिलजी की सेना ने काकतीय वंश के सम्राट प्रताप रुद्र पर हमला कर उन्हें पकड़ लिया और उन्हें दिल्ली ले गए. खिलजी की सेना ने उस वक्त अपनी जीत के लिए सब कुछ तहस-नहस कर दिया. ठीक सात सौ साल बाद 2024 में मोदी की सेना ने हैदराबाद पर आक्रमण किया और एमएलसी कविता को पकड़ लिया और उन्हें दिल्ली ले गए.