उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 21 जनवरी को नाबालिग लड़की की संदिग्ध मौत का मामला तूल पकड़ चुका है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गुरुवार को लड़की के परिजनों से मिलने पहुंचीं. परिजनों का आरोप है कि लड़की के साथ पहले गैंगरेप की वारदात हुई, फिर उसकी हत्या की गई. परिजनों ने पुलिस पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
परिजनों का दावा है कि पुलिस ने लड़की के शव का रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए दबाव बनाया. वहीं पुलिस का कहना है कि यह मामला प्रेम प्रसंग का है, प्रेमी ने पहले अपनी प्रेमिका की हत्या की और बाद में खुद की आत्महत्या करने की कोशिश की. आइए जाते हैं क्या है बुलंदशहर गर्ल डेथ मिस्ट्री
घटना कब हुई?
21 जनवरी दोपहर में हुई.
क्या हुआ था?
एक लड़की का शव मिला, जिसके सिर में गोली लगी हुयी थी. मौके पर एक लड़का (कथित प्रेमी) भी हाथ और गले की नस काट कर वहां पर मिला.
घटना कहां हुई?
बुलंदशहर के छतारी थाने के एक गांव में एक ट्यूबवेल के पास. यह गांव लड़की का ननिहाल है और आरोपी लड़के का गांव है. पड़ोस के गांव की रहने वाली है.
पुलिस का एक्शन?
शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. लड़के को इलाज के लिए अलीगढ़ भेजा और अगले दिन जेल भेज दिया. शव अगले दिन यानी 22 की शाम को गांव आया और आधी रात अंतिम संस्कार हुआ. 3 फरवरी को अपहरण और पोक्सो एक्ट में मुकदमा लिखा. बाद में लड़के के एक दोस्त और दो अज्ञात पर भी मुकदमा दर्ज किया. इस वक्त दो जेल में हैं और दो की तलाश हो रही है. दोस्त प्रधान का लड़का है.
लड़के पर आरोप?
शुरुआत में 302 का मुकदमा लिखा गया था. लड़का, लड़की को लेकर अपने गांव आया था, वहां घटना हुई.
परिजनों का शुरूआती आरोप?
परिजनों का आरोप है कि बहला फुसला कर लड़की का अपहरण किया गया और फिर गैंगरेप करके हत्या कर दी गई. 25 जनवरी को एसपी ऑफिस पर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने प्रदर्शन किया था. परिजनों ने बाद में मीडिया के सामने आरोप लगाया कि पुलिस ने जबरन अंतिम संस्कार करा दिया.
अभी क्या विवाद है?
पुलिस शुरू से इसे प्रेम प्रसंग का मामला बता रही थी, लेकिन बाद में यह बात निकल कर सामने आयी कि अंतिम संस्कार आनन फानन में पुलिस के दबाव में करवा दिया गया और गैंगरेप की बात को पुलिस शुरू से नकार रही है.
पुलिस पर सवाल?
जहां घटना हुई वो गांव के प्रधान का ट्यूबवेल है. उसने ही सबसे पहले पुलिस को सूचना दी. गांव वालों का कहना है कि पुलिस ने आधा किलोमीटर दूर तक किसी को जाने नहीं दिया और क्राइम सीन देखने नहीं दिया. फौरी तौर पर लड़की के वृद्ध नाना से शिनाख्त करवा कर शव भिजवा दिया और लड़के को हॉस्पिटल भिजवा. ख़ास बात यह है कि प्रधान का लड़का भी जेल में है जो की मुख्य आरोपी लड़के का दोस्त है.
अभी क्या स्टेट्स?
अन्य आरोपों के बारे में पुलिस जांच की बात कह रही है. सामूहिक बलात्कार हुआ या नहीं? इसके लिए स्वेप सेंपल रिपोर्ट और डीएनए की जांच रिपोर्ट आने की बात कही जा रही है.