झारखंड में चाईबासा पुलिस पर अनशन पर बैठे लोगों के साथ मारपीट का गंभीर आरोप लगा है. यह मामला चर्चित हिंदूवादी नेता कमलदेव गिरी हत्याकांड से जुड़ा है. कमलदेव गिरी हत्याकांड को लेकर चाईबासा में परिजन आमरण अनशन पर बैठे थे. उनके साथ गुरुवार शाम मारपीट की गई.
कमलदेव गिरी की बहन ने आरोप लगाते हुए कहा कि चाईबासा सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने उनके साथ मारपीट की है. इस घटना के बाद चाईबासा सदर थाने में गुरुवार शाम को हंगामा हुआ.
घटना के बाद पूजा गिरी ने सदर थाने में ही थाना प्रभारी निरंजन तिवारी के खिलाफ मारपीट और दुर्व्यवहार की लिखित शिकायत की है. दरअसल, स्व. कमलदेव गिरी की बहन पूजा और भाई फूलनदेव गिरी व उनके समर्थक आज से चाईबासा में आमरण अनशन पर बैठे थे. सभी कमलदेव हत्याकांड की सीबीआई जांच और गिरफ्तार आरोपियों के नार्को टेस्ट की मांग कर रहे थे.
कमलदेव की बहन पूजा गिरी का आरोप है कि इसी दौरान अनशन स्थल पर चाईबासा थाना प्रभारी पहुंचे और लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने लगे. पूजा ने बताया कि सदर थाना प्रभारी निरंजन तिवारी ने उनके साथ मारपीट की, मान सम्मान को ठेस पहुंचाते हुए दुर्व्यवहार किया. उनके भाई के साथ भी मारपीट की गई. इस घटना के बाद चाईबासा सदर थाना के गेट के पास लोगों ने हंगामा किया.
डीसी ने दिया मामले की जांच का आश्वासन
घटना से आक्रोशित लोगों ने चाईबासा डीसी कार्यालय से लेकर डीसी के आवास तक प्रदर्शन किया. इसके बाद डीसी अनन्य मित्तल ने पूजा गिरी से अपने कार्यालय में बात की.
डीसी अनन्य मित्तल ने पूजा गिरी को आश्वासन दिया कि कमलदेव हत्याकांड में के आरोपियों के नार्को टेस्ट को लेकर वे सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी करेंगे, ताकि सभी आरोपियों का नार्को टेस्ट हो सके. वहीं आरोपियों का चेहरा भी पीड़ित परिवार को दिखाया जाएगा.
डीसी ने यह भी आश्वासन दिया है कि उनके साथ अगर पुलिस ने दुर्व्यवहार किया है तो इस मामले की भी जांच कर दोषी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की जाएगी. पूजा गिरी ने इसको लेकर कहा है कि डीसी ने उनकी दो मांगें मान ली हैं, लेकिन जिस तरह से पुलिस का क्रूर चेहरा आज देखने को मिला है, ऐसे पुलिस वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
(रिपोर्टः जय कुमार तांती)