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8 जगहों पर ब्रांच, 2 करोड़ का ट्रांजेक्शन...RBI के अलर्ट पर फर्जी बैंक का खुलासा

चेन्नई पुलिस ने ये कार्रवाई RBI के अलर्ट पर की. पुलिस के मुताबिक, 42 साल का शख्स एक फर्जी बैंक चला रहा था. इतना ही नहीं उसने 8 जगहों पर इसकी ब्रांच भी खोल रखी थी. इस बैंक में अब तक 2 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन भी हुआ है.

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चेन्नई में फेक बैंक का खुलासा (प्रतीकात्मक फोटो)
चेन्नई में फेक बैंक का खुलासा (प्रतीकात्मक फोटो)

चेन्नई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने एक फर्जी बैंक का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी RAFC नाम से एक फर्जी बैंक चला रहा था, उसने 8 जगहों पर इसकी ब्रांच भी खोल रखी थी. इस बैंक में अब तक 2 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन भी हुआ है. इतना ही नहीं बैंक द्वारा बकायदा गोल्ड लोन स्कीम, एफडी, वीकली लोन, पर्सनल लोन जैसी सुविधाएं भी दी जा रही थीं.  

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चेन्नई पुलिस ने ये कार्रवाई RBI के अलर्ट पर की. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने चेन्नई पुलिस 'रूलर एंड एग्रीकल्चर फार्मर्स को-ऑपरेटिव बैंक' (RAFC) के बारे में जानकारी दी थी. इसके बाद पुलिस ने जब जांच की, तो ये पूरा खुलासा हुआ. पुलिस ने इस मामले में 42 साल के चंद्रबोस नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. 

पुलिस के मुताबिक, चंद्रबोस नाम का ये आरोपी मदुरई, सालेम, एरोड समेत 8 जगहों पर RAFC नाम से बैंक चला रहा था. इसका हेडक्वार्टर चेन्नई में था. जब पुलिस की टीम चेन्नई में स्थित हेडक्वार्टर में जांच के लिए पहुंची, तो पता चला कि चंद्रबोस फेक दस्तावेजों के आधार पर बैंक चला रहा है. आरोपी का दावा था कि RAFC बैंक RBI द्वारा को-ऑपरेटिव सोसाइटी के तौर रजिस्टर्ड है. 

 

चेन्नई पुलिस ने मुख्य आरोपी चंद्रबोस को किया गिरफ्तार

चंद्रबोस अपनी बैंक में खाता खुलाने वालों को ICICI बैंक के कार्ड देता था. पुलिस ने चंद्रबोस के पास 56 लाख रुपए जब्त किए हैं. पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है. जबकि इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस के मुताबिक, बैंक में अब तक 2 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है. इतना ही नहीं बैंक द्वारा गोल्ड लोन स्कीम, एफडी, वीकली लोन, पर्सनल लोन जैसी सुविधाएं भी दी जा रही थीं. 

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