देश में चीनी मोबाइल कंपनियों ने अपनी जबरदस्त पैठ जमा ली है. करोड़ों का माल बेचा भी जा रहा है और कई कंपनियां भी लगातार सेट हो रही हैं. अब इस बीच आयकर विभाग ने दो चीनी मोबाइल कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई की है. जांच में सामने आया है कि इन कंपनियों ने धोखा देकर 5500 करोड़ रुपये विदेश भेजे हैं. ये रुपये रॉयलटी के रूप में समूह कंपनियों को दिए गए हैं.
ये भी जानकारी मिली है कि इन कंपनियों ने मोबाइल हैंडसेट में काम आने वाले कलपुर्जों की खरीद में भी हेराफेरी की है. इसके अलावा इन कंपनियों द्वारा 1961 के तहत निर्धारित नियामक आदेश का अनुपालन भी नहीं किया गया है. ऐसे में इन पर 1000 करोड़ तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.
अभी जानकारी के लिए बता दें कि 21 दिसंबर को आयकर विभाग ने देश के 11 राज्यों में रेड मारी थी. कई चीनी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. तब कहा गया था कि टैक्स चोरी को लेकर ये कार्रवाई की गई है. किसी भी कंपनी का नाम तो सामने नहीं आया था, लेकिन आरोप गंभीर लगे थे. अब फिर जब दो चीनी कंपनियों को लेकर ये दावे किए जा रहे हैं तो उनके नाम को छिपाया गया है.
जांच में ये भी सामने आया है कि कुछ चीनी कंपनियां तो सिर्फ इसलिए स्थापित कर दी गई हैं जिससे खर्च को बढ़ाया जा सके और फंड से बाहर निकलने में मदद मिल जाए. इस सब के अलावा जिन कंपनियों पर ये कार्रवाई हुई है उन्होंने पूछताछ में बताया है कि उनकी तरफ से भारत में भारी निवेश किया गया है. लेकिन आयकर विभाग के मुताबिक इन कंपनियों का निवेश भी संदेहास्पद है और जो निवेश कर रहे हैं उन पर भी विश्वास नहीं किया जा सकता है.