बिहार में जारी राजनीतिक उठा-पटक के बीच रेप और मर्डर की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. दुनिया भर में लीची के लिए मशहूर मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना इलाके में रहने वाली हाईस्कूल की एक छात्रा कोचिंग पढ़ने के लिए अपने घर से निकली हुई थी. उसके बाद वो गायब हो गई. परिजनों ने उसकी हर तरफ तलाश की, लेकिन वो कहीं नहीं मिली. इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया. इसी बीच कुछ लोगों ने लीची के बाग में एक लड़की का शव देखा, जिसे जमीन में दफनाने की कोशिश की गई थी.
लड़की के शव मिलने की सूचना मिलते ही गुमशुदा छात्रा के परिजन लीची के बाग में पहुंच गए. उन्होंने शव की पहचान कर ली. शव को छिपाने के लिए मिट्टी और पत्तों से ढंक रखा गया था. इसकी सूचना तुरंत कांटी थाना प्रभारी को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया. इसके बाद इस मामले की जांच शुरू की गई. मृतक छात्रा जिस साइकिल से कोचिंग पढ़ने के लिए घर से निकली थी, वो कोचिंग सेंटर के बाहर ही खड़ी मिली है.
ऐसे पुलिस को शक हुआ कि जब साइकिल कोचिंग सेंटर के बाहर है, तो पीड़िता का शव लीची के बाग में कैसे पहुंचा. इसके बाद शक के आधार पर कोचिंग संचालक को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई. पुलिस हिरासत में कोचिंग संचालक विवेक कुमार टूट गया. पुलिस सूत्रों की माने तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसने बताया है कि हाईस्कूल की छात्रा के साथ पहले उसने रेप किया, उसके बाद वारदात का खुलासा होने की डर से उसकी हत्या कर दी. शव को ले जाकर लीची के बागीचे में दफना दिया.
पुलिस के हाथ मृतक लड़की का मोबाइल फोन लगा है. उसमें सैकड़ों फोटो और वीडियो डिलीट किए गए हैं. पुलिस इन्हें रिकवर करने की कोशिश में जुटी है. कोचिंग संचालक का मोबाइल भी जब्त किया गया है. दोनों की जांच में कई अहम सुराग मिल सकते हैं. कांटी थाना प्रभारी अरविंद प्रसाद ने बताया कि पीड़िता के परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं में रेप और मर्डर क केस दर्ज कर लिया गया है. इस मामले की जांच की जा रही है. आरोपी से आगे की पूछताछ की जाएगी.
बताते चलें कि 19 जनवरी को भी जिले में गैंगरेप का एक सनसनीखेज मामला सामने आया था. 5 महीने बाद इस वारदात की लिखित सूचना थाने में दी गई थी. तहरीर में आरोप लगाया गया कि मां के सामने ही एक स्कूली छात्रा के साथ दो युवकों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया. पीड़िता अपनी मां के साथ सब्जी लेकर घर लौट रही थी. उसी दौरान गांव के दो युवकों ने चाकू दिखाकर उन्हें खेत में ले गए. वहां बदमाशों ने नाबालिग की मां को पेड़ से बांध दिया. फिर बारी-बारी से उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया.
पीड़ित परिवार का आरोप था कि पंचायत में उन्हें धमकी दी गई कि यदि थाने में इसकी शिकायत की तो पूरे परिवार कि हत्या कर दी जाएगी. इस वारदात के बाद पीड़ित छात्रा डर गई थी. यहां तक कि उसने स्कूल जाना तक छोड़ दिया था. इसी बीच हिम्मत जुटाकर एक दिन वो मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने पहुंच गई. थानेदार रोहन कुमार को आपबीती बताई. पुलिस ने इस वारदात के आरोपी मो. अफसर और मो. मुमताज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोशिश कर रही है.