महाराष्ट्र के ठाणे में शुक्रवार की सुबह एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने कॉलेज की स्टूडेंड से सरेराह छेड़छाड़ की. लड़की को जबरन ऑटो में बैठाने की कोशिश भी की गई. यही नहीं, लड़की खुद को छुड़ाने के लिए संघर्ष करती रही और ड्राइवर उसे चलते ऑटो में करीब 500 मीटर तक घसीटते हुए ले गया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
यह घटना शुक्रवार सुबह 6 बजकर 45 मिनट की है. पीड़िता कॉलेज की छात्रा है और वह कॉलेज जा रही थी तभी आरोपी ने उसका हाथ पकड़ लिया और उससे छेड़खानी की.
वरिष्ठ निरीक्षक जयराज राणावारे के अनुसार, रास्ते में खड़े ऑटो ड्राइवर ने उस पर गंदे कमेंट्स किए. जब लड़की ने आपत्ति जताई तो आरोपी उसका हाथ पकड़कर ऑटो में खींचने की कोशिश करने लगा.
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि ऑटो ड्राइवर लड़की का हाथ पकड़ कर खींचता नजर आ रहा है. जब वहखुद को छुड़ाने की कोशिश करती है तो ड्राइवर अपने तिपहिया वाहन को चला देता है. देखें Video:-
सीसीटीवी रिकॉर्डिंग के मुताबिक, लड़की को ऑटो के साथ करीब 500 मीटर तक घसीटा गया. इसके बाद वह गिर पड़ी और आरोपी मौके से फरार हो गया.
वरिष्ठ निरीक्षक ने कहा कि इस मामले में ऑटो चालक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि ऑटो ड्राइवर अभी भी फरार है और उसे पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया है. जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा.
Delhi में भी छात्रा से छेड़छाड़ कर भागा था ऑटो ड्राइवर
इससे पहले राजधानी नई दिल्ली में भी कुछ इसी तरह का मामला सामने आया था. घटना बीते 30 सितंबर की है. दोपहर करीब 1.43 बजे छात्रा साकेत में अपने स्कूल से निकली. यहां से उसने लाजपत नगर दिल्ली में अपनी मां से मिलने जाने के लिए ऑटो किया. रास्ते में ड्राइवर ने छात्रा के साथ बुरा बर्ताव करते हुए उस पर गंदे कमेंट किए और गलत तरीके से छुआ.
घबराई छात्रा किसी तरह लाजपत नगर मेट्रो स्टेशन के पास ऑटो से उतर गई. मौका पाकर ऑटो ड्राइवर भी वहां से फरार हो गया. मामले में साकेत पुलिस थाने में उसी दिन आईपीसी की धारा 354, 509 और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी थी.
आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम बनाई गई. टीम ने घटनास्थल के रास्ते के हर सीसीटीवी फुटेज को जुटाया और देखा. कड़ी मेहनत के बाद टीम ने ऑटो का नंबर पता लगा लिया. उसके आधार पर आरोपी का पता निकाला गया. टीम ने दिल्ली के त्रिलोकपुरी में दबिश दी. मगर, उस पते पर कोई नहीं मिला.
इसके बाद उस फाइनेंस कंपनी से जानकारी हासिल की गई, जिससे ऑटो का लोन हुआ था. 11 अक्टूबर को इस बारे में मिली जानकारी के आधार पर शाम 5.30 बजे पुलिस की टीम ने खानपुर रेड लाइट एरिया में जाल बिछाया. टीम रास्ते से गुजरने वाले हर ऑटो की जांच कर रही थी.
तकरीब एक घंटे बाद खानपुर से बदरपुर की तरफ जाने वाला वही ऑटो मिल गया, जो सीसीटीवी की फुटेज में संदिग्ध के रूप में चिह्नित किया गया था. पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, तो ड्राइवर रफ्तार बढ़ाकर भागने लगा.पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से ऑटो रोक कर आरोपी ड्राइवर को पकड़ लिया.