दिल्ली के नांगलोई इलाके में सड़क के किनारे कार में शराब पी रहे दो लोगों को मना करने पर एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के खिलाफ नांगलोई थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 221, 132, 103 (हत्या), 249 (अपराधी को शरण देना) और 3(5) के तहत केस दर्ज किया गया है.
एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि 30 वर्षीय कांस्टेबल की हत्या कर दी गई, क्योंकि उसने दिल्ली में सड़क पर शराब पीने पर दो लोगों को डांटा था. इस मामले में 400 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है. इसके अनुसार पुलिसकर्मी का नाम संदीप मलिक है. वो 29 सितंबर को अपनी नाइट ड्यूटी कर रहा था. इसी दौरान उसने दो लोगों को शराब पीते देखा.
नांगलोई इलाके में एक कार में धर्मेंद्र (39) और रजनीश (25) शराब पी रहे थे. संदीप मलिक ने आरोपियों को डांटा, तो उनके बीच बहस शुरू हो गई. उन्होंने अपनी गाड़ी से उसकी बाइक को टक्कर मार दी. बाइक 10 मीटर तक घसीटती चली गई. इसके बाद संदीप के सिर में गंभीर चोटें आईं. उसे अन्य पुलिसकर्मियों ने अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
पुलिस के मुताबिक, ये घटना सीसीटीवी कैमरे में रात करीब 2.15 बजे कैद हो गई.. 27 दिसंबर को तीस हजारी कोर्ट में 400 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई. पुलिस ने अपनी चार्जशीट में दो लोगों धर्मेंद्र और रजनीश को मुख्य आरोपी बनाया है, जबकि दो अन्य जितेंद्र उर्फ जीतू और मनोज शेरमन को उनको शरण देने के आरोप में नामजद किया है. दोनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं.
पुलिस ने कांस्टेबल और उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए एक ठोस चार्जशीट तैयार की है. पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी मलिक को जानते थे, क्योंकि वह नागलोई के वीना एन्क्लेव में उसी इलाके का निवासी था. पुलिस ने बताया कि हरियाणा के रोहतक का मूल निवासी संदीप मलिक दो अन्य पुलिस कांस्टेबलों के साथ किराए के मकान में रहता था. परिवार गांव में रहता था.