झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में एक बार फिर से डायन बताकर हत्या का मामला सामने आया है. मामला टोंटो थाना क्षेत्र का है जहां एक दंपति को लोगों ने अंधविश्वास के चलते मार डाला. फिर सुबूत छिपाने के चक्कर में पहले तो दोनों के शवों को जलाया. जब शव पूरी तरह नहीं जल पाए तो उन्हें जंगल में जाकर किसी जगह दफन कर दिया और सभी लोग मौके से फरार हो गए.
घटना बीते 20 जनवरी की बताई जा रही है. इस हत्याकांड में मारे गए दंपति की पहचान टोंटो थाना के अन्तर्गत अत्यंत नक्सल प्रभावित बुंडू गांव निवासी गोमिया केराई और उनकी पत्नी के रूप में की गई है.
बताया जाता है कि इस हत्याकांड में मृतक गोमिया कराई का भाई भी शामिल है. जानकारी के मुताबिक, इस दोनों की हत्या अंधविश्वास के चलते की गई है.
घटना की सूचना मिलने के बाद जिला पुलिस कप्तान अजय लिंडा के निर्देश पर जगन्नाथपुर एसडीपीओ इकुड़ डुंगडुंग, किरीबुरु एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, मनोहरपुर के एसडीपीओ दाऊद किंडो के अलावा टोंटो थाना प्रभारी सागेन मुर्मू, गुवा थाना प्रभारी अनिल कुमार यादव, सीआरपीएफ के पदाधिकारी व जवानों की अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. इसके बाद नक्सल प्रभावित बुंडू गांव की चारों तरफ से घेराबंदी कर मृतक दम्पत्ति के शव को बरामद करने के लिए सर्च अभियान चलाया गया.
ग्रामीणों को दी गई थी धमकी
घंटों मशक्कत के बाद गांव से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर घने जंगल से पुलिस ने गोमिया केराई और उसकी पत्नी का क्षत-विक्षत व अधजला शव बरामद किया. दरअसल हत्या में शामिल अपराधियों ने बुंडू के ग्रामीणों को धमकी दी थी की अगर किसी ने इस हत्याकांड को लेकर पुलिस को कोई सुचना दी तो उसकी भी हत्या इसी तरह कर दी जाएगी. जिसके बाद ग्रामीण डर गए और मामला दस दिनों तक दबा रहा.
सभी आरोपी फिलहाल गांव से फरार
इस मामले को लेकर किरीबुरू एसडीपीओ अजित कुमार कुजूर ने बताया कि हत्या के सभी आरोपी फिलहाल गांव से फरार हैं. हत्या की वजह अंधविश्वास बताया जा रहा है. बाकी इस मामले की पूरी जांच के बाद ही सारी सच्चाई सामने आएगी. बहरहाल पुलिस हत्यारों की तलाश में छापामारी कर रही है.
(इनपुट: जय कुमार तांती)