दिल्ली पुलिस ने हत्या, लूट और फिरौती के लिए कुख्यात 'छेनू गैंग' से जुड़े एक अपराधी को गिरफ्तार किया है. वो गैंग के सदस्यों के लिए धन की व्यवस्था करने का काम किया करता था. उसकी पहचान पारतीक छाबड़ा उर्फ धन्ना के रूप में हुई है. उसे दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके से एक देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी पारतीक छाबड़ा 'छेनू गैंग' के प्रमुख सदस्य सब्बीर उर्फ पोपा पहलवान के लिए धन की व्यवस्था करने का काम करता था. इस वजह से उस पर निगरानी रखी जा रही थी. वो अवैध सट्टा (सट्टेबाजी) चलाकर धन जुटाता था. उसका छेनू गैंग से संबंध आर्म्स एक्ट के तहत जेल में रहने के दौरान शुरू हुआ था.
बताते चलें कि छेनू गैंग का सरगना छेनू पहलवान नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली का कुख्यात गैंगस्टर है. वो इस वक्त मकोका के तहत वक्त तिहाड़ जेल में बंद है. उस पर हत्या, लूट, फिरौती समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं. उसका गैंग मुख्य रूप से नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में ही सक्रिय है. वो अपने गुर्गों के जरिए सट्टेबाजी, फिरौती और रंगदारी की वारदातों को अंजाम दे रहा है.
बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर से चलता था छेनू पहलवान
साल 2021 में पुलिस ने एक ऑपरेशन के दौरान खुलासा किया था कि छेनू गैंग का सरगना गैंगवार से बचने के लिए बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर से चलता था. इस दौरान उसके खास गुर्गे मुमताज को गिरफ्तार किया गया था, जो कि हथियार सप्लाई करने के लिए नए लड़के तैयार करता था. साल 2011 में छेनू गैंग यमुनापार में शुरू हुए गैंगवार के बाद सुर्खियों में आया था.
उस वक्त अब्दुल नासिर और छेनू पहलवान गैंग के बीच खूनी अदावत शुरू हुई थी. दोनों एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए थे. इसी दौरान साल 2015 में पेशी के दौरान जज के सामने ही छेनू पर जानलेवा हुआ था. इस हमले में छेनू पहलवान तो बाल-बाल बच गया, लेकिन एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई. एक दशक तक चले गैंगवार में तीन दर्जन लोग मारे गए.
पुलिस ने पसोंडा गैंग के गुर्गे को किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने पसोंडा गिरोह के एक फरार गुर्गे को कई आपराधिक मामलों में संलिप्तता की वजह से गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान अजीम (34) के रूप में हुई है. वो साल 2019 से फरार था. उसको साल 2017 में अपने साथियों को अवैध हथियारों की आपूर्ति करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद फरार हो गया.
पुलिस ने बताया कि वो झांसी में छिप गया था और एक फैक्ट्री में काम कर रहा था. उस पर दिल्ली में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट, यौन उत्पीड़न और आर्म्स एक्ट के तीन मामले भी दर्ज हैं. एक गुप्त सूचना के आधार पर अजीम को उत्तर प्रदेश के झांसी से गिरफ्तार किया गया है. उसे पुलिस हिरासत में उसके गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ हो रही है.