सोशल मीडिया में तेजी से तैर रही कई तस्वीरों को देख कर कई बार कलेजा मुंह को आ जाता है. कुछ देर के लिए ऐसा भी लग सकता है कि ये शायद कोई ट्रिक फोटोग्राफी हो, क्योंकि कोई भी अपनी ज़िंदगी के साथ इतना बड़ा रिस्क बिल्कुल नहीं ले सकता. लेकिन इन तस्वीरों की असली कहानी कुछ ऐसी है, जिसके बारे में सोचना भी मुश्किल है. इनदिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हुआ है.
इस वीडियो में एक लड़की एक कार धीरे-धीरे ड्राइव कर रही है. जबकि एक शख्स उसकी ड्राइविंग स्किल अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर रहा है. लड़की की भाव भंगिमाओं को देख कर और वीडियो में सुनाई दे रही आवाजों से ये समझ में आता है कि लड़की गाड़ी चलाने के मामले में बिल्कुल नौसिखिया है. गाड़ी बैक गियर में है और धीरे-धीरे पीछे की तरफ जा रही है. और फिर देखते ही देखते कुछ ऐसा होता है कि लोगों की सांसें अटक जाती हैं.
असल वो लड़की अपनी रील बनवा रही थी और ऐसा करते करते कार लेकर खाई में गिर गई. रील्स यानी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धड़ल्ले से अपलोड किए जाते वो शॉर्ट वीडियोज़ जो तेजी से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं. कहते तो ये भी हैं कि जो एक बार रील्स देखना शुरू करता है, वो फिर इन्हें देर तक देखता ही रह जाता है. लेकिन रील्स बनाने, उसके वीडियो अपलोड करने और रातों-रात सोशल मीडिया पर छा जाने की ये सनक इस तरह नौजवानों की ज़िंदगी पर भारी पड़ने लगेगी, ये सोचना भी अजीब लगता है. उस लड़की के साथ जो भी हुआ वो सिरफिरे रील्स और उनके ख़ौफ़नाक अंजाम ही हैं.
खंडहरनुमा इमारत से नीचे हवा में लटकी लड़की
अब आइए इन दोनों रील के इस पागलपन को समझने की कोशिश करते हैं. पिछले कुछ दिनों से नौजवान लड़के लड़कियों का ये रील सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. वायरल होना लाज़िमी है, क्योंकि इस रील में बात ही कुछ ऐसी है. जैसा कि उपर दी गई तस्वीर में साफ-साफ दिख रहा है. एक खंडहरनुमा इमारत से एक लड़की नीचे हवा में लटक रही है, जबकि एक लड़के ने उसे ऊपर से पकड़ रखा है. ये तस्वीर बेहद खतरनाक हैं. क्योंकि लड़के की पकड़ जरा सी ढीली पड़ने या फिर दोनों में से किसी भी बैलेंस ज़रा सा भी आउट होने का सिर्फ और सिर्फ एक ही मतलब है. लड़की की मौत या फिर दोनों की मौत.
दिलेरी, जांबाज़ी या बेवकूफी का खुला प्रदर्शन?
लेकिन इसके बावजूद इन नौजवानों ने इस वीडियो को बनाने का रिस्क लिया. इतनी खतरनाक जगह पर गए और इस बेवकूफी भरी हरकत को शूट किया. हद तो ये है कि कुछ लोग इसे दिलेरी या जांबाज़ी का नाम भी दे रहे हैं. लेकिन हकीकत में ये बेवकूफी के सिवाय और कुछ भी नहीं है. शायद ये इनकी बेवकूफी ही है, जिसने इस रील को तेज़ी से वायरल कर दिया है. इस रील को देख कर हर किसी के लिए अपनी आंखों पर यकीन करना मुश्किल हो रहा है. इसे लेकर सोशल मीडिया में लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. रील को देखने ये साफ है कि इसे पूरी तैयारी से शूट किया गया है.
रील को बनाने के चक्कर में हाथ छूटता तो...
क्योंकि रील में दिख रहे लड़का लड़की को एक लड़का उन्हीं के पास खड़ा होकर अपने मोबाइल फोन से शूट करता हुआ दिख रहा है, जबकि एक चौथे शख्स ने इसे ऊपर से ही कैमरे से शूट किया है. लो एंगल यानी बिल्डिंग के नीचे की ये तस्वीरें इस बात की गवाही देती हैं कि इसे शूट करने वाले लड़के लड़कियों की तादाद पांच या उससे भी ज्यादा है. अब सवाल ये है कि एक साथ इतने लड़के लड़कियों का ग्रुप इतने भयानक और बेवकूफी भरी हरकत के लिए कैसे तैयार हो सकता है? क्या रील्स शूट करने के लिए मौके पर पहुंचे लड़के लड़कियों में से किसी ने भी सोचने की जरूरत नहीं समझी की कि अगर इस रील को बनाने के चक्कर में लड़की का हाथ छूट गया, तो उसका अंजाम क्या होगा? हैरानी इस बात की भी है कि उस लड़की ने भी अपनी जिंदगी के बारे में नहीं सोचा.
IPC की धारा 334 और 336 के तहत केस दर्ज
पुणे पुलिस ने इस रील के सामने आने के बाद इस मामले की जांच शुरू की और जल्द ही रील में नजर आ रहे लड़के लड़कियों की पहचान कर ली. इनमें लड़के का हाथ पकड़ कर नीचे लटकने वाली लड़की का नाम मीनाक्षी सालुंके है, जबकि जिस लड़के ने उसे पकड़ रखा है, उसका नाम मिहिर गांधी है. वैसे तो ये दोनों एथलीट हैं. एक क्लब से जुड़े हैं, लेकिन दूसरे नौजवानों की तरह इन्हें रील्स वगैरह शूट करने का शौक है. लेकिन इस शौक में दोनों इस कदर आगे निकल जाएंगे, ये सोचना बहुत मुस्किल है. फिलहाल पुलिस ने पहचान करने के बाद उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 334 और 336 के तहत केस दर्ज किया है.
सख्त से सख्त कार्रवाई करने जा रही है पुलिस
यानी उतावलेपन या उकसावे में आकर खुद को नुकसान या चोट पहुंचाने जैसी कोई हरकत करना. वैसे तो कानूनी तौर पर ये एक मामूली यानी गैर संगीन अपराध है, लेकिन हक़ीकत में ये हरकत बिल्कुल मामूली नहीं. पुणे पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस रजिस्टर करने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया और उसके गारंटी पत्र लिखवा कर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया. वैसे पुणे पुलिस फिलहाल इस मामले में कानूनी राय ले रही है कि क्या आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 308 के तहत गैर इरादतन हत्या का प्रयास का मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है या नहीं? ताकि उनके खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जा सके.
महाराष्ट्र के संभाजी नगर खौफनाक हादसा
अब आइए रील की इस दूसरी कहानी को समझते हैं. ये महाराष्ट्र के संभाजी नगर की है. इसके वायरल वीडियो में 20-22 साल की एक लड़की सफेद रंग की एक कार चलाती नजर आ रही है. लेकिन तस्वीरों के देख कर साफ है कि उसे कार ठीक से चलाना नहीं आता. जबकि उसके साथ मौजूद एक शख्स मोबाइल पर उसका ये वीडियो शूट करता है. पहले कुछ देर तक सबकुछ ठीक रहता है. लड़की गाड़ी रिवर्स गियर में चला रही होती है. लेकिन धीरे-धीरे गाड़ी तेजी से पीछे जाने लगती है. अब वीडियो बनाने वाला शख्स घबराने लगता है, क्योंकि पीछे गहरी खाई है. वो चिल्लाने लगता है और गाड़ी चला रही लड़की को एक्सीलेटर से पांव हटा कर ब्रेक दबाने की सलाह देता है. लेकिन घबराहट के मारे लड़की एक्सीलेटर से पांव नहीं हटा पाती और कार 300 फीट गहरी खाई में जा गिरती है.
ड्राइविंग की रील बनाने के चक्कर में मौत
पुलिस की मानें तो ये वारदात सुलिभंजन इलाके की है. जब 23 साल की लड़की श्वेता सुरवासे अपने दोस्त शिवराज मुले के साथ वहां घूमने गई थी और घूमने के दौरान ही लड़की ने ड्राइविंग करते हुए अपना वीडियो शूट करने को कहा. लड़की का दोस्त शिवराज इसके लिए तैयार हो गया और इसके बाद जो कुछ हुआ, वो आपके सामने है. पुलिस और चश्मदीदों की मानें तो ऊंचाई से गिरने के चलते लड़की को घातक चोटें आई थीं, जिसे इलाज के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां उसकी मौत हो गई. वारदात के बाद कार की तस्वीरें ही ये बताने के लिए काफी हैं कि ये एक्सीडेंट कितना भयानक रहा होगा.
पागलनपन की हद पार कर रहे हैं युवा
रील्स शूट करने के लिए खतरनाक काम करना या फिर मौत को गले लगा लेना अब रोज की बात बनती जा रही है. आए दिन ऐसी तस्वीरें या वी़डियो सामने आते हैं, जिसमें रील्स शूट करते हुए लोग कुछ इतना खतरनाक काम करने लगते हैं कि उनकी जान भी चली जाती है. पुणे और छत्रपति संभाजी नगर से सामने आई ये हालिया तस्वीरें रील्स के नाम पर तेज़ी से फैलती इसी मास हिस्टिरिया यानी सामूहिक मानसिक रोग की एक निशानी है. तस्वीरों से साफ है कि रील्स बनाने के चक्कर में लोग और खास कर नौजवान किसी भी हद से आगे निकल जाने को तैयार हैं. उसके लिए पागलनपन की हद पार कर रहे हैं.
बच्चों पर इंस्टाग्राम का खतरनाक असर
अभी हाल में इंस्टाग्राम में अमेरिका में इंस्टाग्राम किड्स की लॉन्चिंग कै फैसला किया था, लेकिन सरकार के आदेश के बाद उसे टालना पड़ा. असल में एक रिपोर्ट के हवाले से ये कहा गया है कि बच्चों में इंस्टाग्राम का असर खतरनाक हो सकता है. इस सिलसिले में द वॉल स्ट्रीट जनरल के एक रिपोर्ट छापी है. रिपोर्ट के मुताबिक इंस्टाग्राम का इ्स्तेमाल करने वाली तीन में से एक लड़की को बॉडी इमेज से जुड़ी परेशानियां होने लगी हैं. ये सर्वे 13 फीसदी ब्रिटिश और 6 फीसदी अमेरिकी टीनेजर्स पर किया गया था. हालांकि इंस्टाग्राम ने कहा है कि इस सर्वे का सैंपल साइज काफी छोटा था. लेकिन उसमें जो दिक्कतों की बातें कही गई हैं इंस्टाग्राम उसका अध्ययन कर रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में औसतन हर भारतीय हर रोज़ 38 से 40 मिनट रील देखता है.
सोशल मीडिया के चार नकारात्मक असर
देश की मौजूदा रील इंडस्ट्री लगभग 45 हज़ार करोड़ रुपए की है. साल 2030 तक इंडस्ट्री के 1 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है. साल 2019 से 23 के बीच रील्स इंडस्ट्री का ग्रोथ 32 फीसदी रहा है. मोटे तौर पर सोशल मीडिया के नकारात्मक असर को तीन या चार हिस्सों में बांटा जा सकता है.
1. मसलन बॉडी इमेज पर असर
इंस्टाग्राम और सोशल मीडिया पर तस्वीरें डालने से पहले जब इंसान फिल्टर का इस्तेमाल करता है, तो तस्वीर बेहतर लगने लगी है. जाहिर है नौजवान धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल करते हैं. लेकिन बिना फिल्टर के तस्वीर लड़के लडकियों में बॉडी इमेज को लेकर नकारात्मक असर डालती है. उन्हें अपना अपियरेंस अच्छा नहीं लगता. इनफिरियरिटी कॉमप्लेक्स का सामना करना पड़ता है.
2. कॉन्फिडेंस की कमी
अपनी तस्वीर बार-बार एडिट करने से नौजवानों में कॉन्फिडेंस की भी कमी होती जाती है. सोशल मीडिया पर ज्यादातर देर तक एक्टिव रहने वाले ज्यादातर नौजवानों में डिप्रेशन की शिकायत करती है.
3. नेगेटिव सोच का पैदा होना
इसी तरह सोशल मीडिया की आभासी दुनिया कई बार नौजवानों में नकारात्मक सोच भी पैदा करता है. इसलिए एक्सपर्ट्स इससे बचने की सलाह देते हैं.
4. देखा-देखी वाली बीमारी
रातों-रात किसी रील्स के वायरल होने और उसके छा जाने के चक्कर में देखा-देखी की अजब बीमारी भी नौजवानों को घेर रही है. इस चक्कर में लोग अपनी जिंदगी से भी खेलने लगे हैं.