गोवा की एक अदालत ने सोमवार को आयरिश-ब्रिटिश नागरिक डैनिएल मैकलॉक्लिन की बलात्कार के बाद हत्या के मामले में 31 वर्षीय विकट भगत को उम्रकैद की सजा सुनाई है. अदालत ने शुक्रवार को आरोपी भगत को 28 वर्षीय पर्यटक के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में दोषी ठहराया था. जिला और सत्र न्यायाधीश क्षमा जोशी ने उसके लिए 25 हजार और सबूत मिटाने के लिए 10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है.
पीड़िता की मां एंड्रिया ब्रैनिगन का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील विक्रम वर्मा ने कहा कि दोषी को सबूत मिटाने के लिए दो साल की कैद भी होगी. दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी. इस फैसले के बाद पीड़िता के परिजनों की तरफ से जारी बयान में कहा गया, "डैनिएल के परिवार और दोस्तों के रूप में हम न्याय की लड़ाई में शामिल सभी लोगों के बहुत आभारी हैं. उन्होंने उसे अपनी बेटी की तरह माना. उसके लिए अथक संघर्ष किया."
इस मामले की जांच करने वाली पुलिस इंस्पेक्टर फिलोमेना कोस्टा ने कहा कि यह सावधानीपूर्वक जांच का नतीजा है, जिसकी वजह से आरोपी विकट भगत को दोषी ठहराया गया. उन्होंने कहा कि वे फैसले से बेहद खुश हैं. मशहूर पर्यटन स्थल गोवा में हुए इस जघन्य कांड ने पूरे देश को झकझोर दिया था. इसके साथ ही पर्यटकों के लिए सुरक्षित माने जाने वाले गोवा की सुरक्षा-व्यवस्था पर सवालियां निशान भी खड़े कर गया था.
आइए विदेशी महिला के साथ हुई वारदात की दिल दहला देने वाली दास्तान जानते हैं...
8 साल पहले की बात है. साल 2017 में मूल रूप से आयरलैंड की रहने वाली डैनिएल मैकलॉक्लिन ब्रिटिश पासपोर्ट पर भारत आई थी. वो बेहद खुश थी और हर पल को जी भर के जी रही थी. वो बीच के लिए मशहूर पर्यटन स्थल गोवा पहुंची. उसे काफी अच्छा लग रहा था. लेकिन इससे पहले कि वो अपनी अच्छी और खुशनुमा यादों के साथ भारत से वापस जाती, एक दरिंदे ने आबरू लूट ली. उससे उसकी जिंदगी छीन ली.
13 मार्च 2017 की शाम को डैनिएल मैकलॉक्लिन गोवा के पालोलिम बीच के पास एक गांव में होली की पार्टी करने गई थी. इत्तेफाक से उसे देर हो गई. वो गांव से अपने होटल के लिए अकेली ही लौट रही थी. लेकिन इससे पहले कि वो कमरे में वापस लौट पाती, बीच रास्ते में ही उसकी जिंदगी का सफ़र ख़त्म हो गया. 14 मार्च 2017 को उसकी लाश कानाकोना के देवबाग बीच के पास एक खाली जगह पर पड़ी मिली थी.
लाश निर्वस्त्र थी. उसका सिर और चेहरा बुरी तरह से कुचला हुआ था. ये देख कर साफ था कि उसका क़त्ल किया गया है. एक विदेशी नागरिक की हत्या का ये मामला बेहद संगीन था. सूचना मिलते ही गोवा पुलिस फौरन मौके पर पहुंची. उसने लाश को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. इसी के साथ क़त्ल की तफ्तीश शुरू कर दी गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आने के बाद पता चला कि कत्ल से पहले रेप हुआ था.
पोस्टमार्टम से ये भी साफ हुआ कि उसकी मौत गले में दबाव पड़ने और ब्रेन हैमरेज के चलते हुई. इस केस की जांच कर रही पुलिस को छानबीन में पता चला कि भारत आने के बाद उसकी विकट भगत नामक एक लड़के से दोस्ती हो गई थी. वो कई जगहों पर डैनियल के साथ घूमता हुआ देखा गया था. पुलिस की मानें तो विकट भगत गोवा का पुराना हिस्ट्रीशीटर है, लेकिन शायद डैनियल उसकी सच्चाई नहीं जानती थी.
पुलिस को मौका-ए-वारदात से करीब तीन किलोमीटर दूर पालोलिम बीच के पास वारदात का शिकार बनी डैनिएल मैकलॉक्लिन और संदिग्ध आरोपी विकट भगत का एक सीसीटीवी फुटेज मिला. इसमें वे दोनों साथ-साथ घूमते नजर आ रहे थे. ये तस्वीरें रात करीब 9.30 बजे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थीं. एक चश्मदीद ने बताया कि वो 13 और 14 मार्च की दरम्यानी रात को 10.30 बजे भी मौका-ए-वारदात के पास से गुजरा था.
उस वक्त वहां कोई नहीं था और ना ही कोई लाश पड़ी थी. ऐसे में पुलिस को शक होने लगा कि शायद डैनिएल की हत्या रात 10.30 बजे के बाद किसी वक़्त की गई. पुलिस को सीसीटीवी में विकट की तस्वीरें नजर आ रही थीं. ऊपर से उसका पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड भी इस बात की तरफ इशारा कर रहा था कि इस वारदात के पीछे उसी का हाथ हो सकता है. ऐसे में पुलिस ने विकट के घर पर दबिश डालकर गिरफ्तार कर लिया.
विकट भगत के खिलाफ सिर्फ चश्मदीदों की गवाही और सीसीटीवी फुटेज ही इकलौता सबूत नहीं था, बल्कि पुलिस को उसके घर से खून से सने हुए कपड़े भी मिले थे, जो उसने कत्ल के वक्त पहने थे. पुलिस ने उसके घर से उसकी स्कूटी भी बरामद की थी, जिस पर खून के छींटे लगे हुए थे. ये सबूत अपने आप में ये साबित करने के लिए काफी थे कि डैनिएल मैकलॉक्लिन की हत्या के पीछे कोई और नहीं बल्कि विकट भगत ही है.
विकट भगत की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि 13 और 14 मार्च 2017 की दरम्यानी रात को उसने सुनसान जगह पर डैनिएल मैकलॉक्लिन को अकेला पाकर उसके साथ ज्यादती की और पकड़े जाने के डर से उसने गला घोंट कर उसकी जान ले ली. इसके बाद में उसकी पहचान छिपाने के इरादे से उसने उसका चेहरा भी पत्थर से कुचल दिया था.
आयरलैंड के काउंटी डोनेगल में मौजूद बनक्राना की रहने वाली डैनिएल मैकलॉक्लिन लिवरपुल जॉन मूर्स यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट थी. अपने एक दोस्त के साथ कुछ ही रोज़ पहले गोवा घूमने आई थी. उसके घर वालों की मानें को डैनिएल एक हैप्पी-गो-लकी किस्म की लड़की थी. वो हमेशा खुश रहती थी. गोवा पहुंचने के बाद 22 फरवरी की दोपहर को 1.19 बजे उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर किया था.