अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर (Iqbal Kaskar) को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. मनी लॉन्ड्रिंग के केस में यह गिरफ्तारी हुई है. फिलहाल कोर्ट ने ईडी को कासकर की सात दिन की हिरासत सौंप दी है. इसे डी कंपनी पर प्रवर्तन निदेशालय के बड़े ऐक्शन के रूप में देखा जा रहा है. दरअसल, ईडी (Enforcement Directorate) ने ठाणे कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें उसने दाऊद के भाई इकबाल कासकर की कस्टडी मांगी थी. कहा गया था कि ऐसा करना दाऊद और उसके सहयोगियों के खिलाफ चल रहे केसों की जांच के लिए जरूरी है.
इस याचिका को ठाणे कोर्ट ने मंजूर कर लिया था. फिर ठाणे जेल से कासकर की कस्टडी ले ली गई. फिर उसको मुंबई की PMLA कोर्ट में पेश किया गया. यहां से ईडी अधिकारियों ने उसकी कस्टोडियल रिमांड की मांग की, इसे मंजूर किया गया. इकबाल को गिरफ्तार करने के बाद ईडी उसको लेकर पहले जेजे हॉस्पिटल गई थी. वहां चेकअप के बाद अब उसको PMLA कोर्ट लेकर जाया गया था.
इकबाल कासकर जेल में बंद है
कासकर फिलहाल 2017 में दर्ज किए गए तीन केसों की वजह से जेल में बंद है. ये केस जबरन उगाही से जुड़े हैं. इसमें कासकर पर मकोका (Maharashtra Control of Organised Crime Act ) लगी है. इकबाल कासकर पर अपने भाई दाऊद के साथ मिलकर गैंग (डी कंपनी) की गतिविधियों को चलाने का आरोप है. कहा जाता है कि कासकर ही डी कंपनी के अवैध धंधों को मुंबई में देख रहा है.
पिछले दिनों खबरें आई थीं कि दाऊद इब्राहिम का गैंग डी कंपनी भारत में एक्टिव है और यहां कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की साजिश रच रहा है. यह भी सामने आया था कि कराची में छिपा दाऊद अपने साथी छोटा शकील और दूसरे भाई अनीस इब्राहिम की मदद से मुंबई और आसपास के इलाकों में हवाला, अवैध बेटिंग, रियल एस्टेट का कारोबार कर रहा है. गैंग का नाम उस उगाही के मामलों में भी आया है.