फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह समेत कुछ अमीर लोगों को ठगने के आरोपी महाठग सुकेश चंद्रशेखर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. दरअसल, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने तिहाड़ जेल को लिखा है कि रोहिणी जेल के 82 कर्मचारियों के खिलाफ जांच की जरूरत है, जो महाठग सुकेश की मदद करने को लेकर शक के दायरे में हैं.
आर्थिक अपराध शाखा ने इसके पहले इस मामले में 7 जेल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. जो लेटर जेल के महानिदेशक को आर्थिक अपराध शाखा की तरफ से लिखा गया है उसमें कहा गया है कि सुकेश चंद्रशेखर जो कि रोहिणी की जेल नंबर 10 में वार्ड नंबर 3 के बैरक नंबर 204 में बंद था. इस दौरान उसे किसी न किसी तरीके से मदद देने के आरोप में 7 जेल कर्मियों को पहले ही गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद आगे की जांच की गई. अब आर्थिक अपराध शाखा मामले में 82 और जेल कर्मियों के खिलाफ जांच करना चाहती है.
आर्थिक अपराध शाखा ने सुकेश चंद्र शेखर के वार्ड के आसपास लगे 10 सीसीटीवी कैमरों की 1 महीने की फुटेज की जांच में पाया कि इन कैमरों को ब्लॉक कर दिया गया था. यह फुटेज 14 जुलाई 2021 से 14 अगस्त 2021 तक की थी. यहां तक कि कैमरों के सामने मिनरल वाटर के बॉक्स रख दिए गए थे और पर्दे लगा दिए गए थे, ताकि उनमें आगे की फुटेज न पता चल सके.
जांच में पता लगा है कि सुकेश सुविधाओं के बदले हर महीने मोटी रकम जेल में खर्च किया करता था. सुकेश के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा ने एक शिकायत मिलने के बाद 7 जुलाई को धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र रचने के आरोप में एफ आई आर दर्ज की थी.