नार्थ दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव इलाके में गुरुवार रात हुई गोलीबारी को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है. पुलिस को अंदेशा है कि इस गोलीबारी के पीछे आपसी रंजिश हो सकती है. हालांकि शुरुआत में यह मामला बदमाशों द्वारा सड़क पर गोलीबारी का लग रहा था. चश्मदीद मुनीब के मुताबिक यह घटना रात के करीब 9 बजकर 10 मिनट की है. मुनीब, मुनीब के मामा नईम और प्रकाश नाम का एक लड़का सफेद कार में थे. गाड़ी मुनीब चला रहा था. तभी एक लड़का कार के आगे आकर खड़ा हो गया.
मुनीब ने बताया कि वो कार को आगे नहीं जाने दे रहा था. इसके बाद मुनीब कार से बाहर आया और सामने खड़े लड़के से हटने को कहा. लेकिन वो झगड़ने लगा. इस बीच कार से नईम और प्रकाश भी बाहर आ गए. तभी पीछे से कुछ लड़के आये और उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी.
मुनीब ने बताया कि पास में ही उसके मामा नईम का हॉस्पिटल है. कुछ देर पहले यही लड़का वहां आया था और पूछ रहा था कि क्या कोरोना की वैक्सीन लग जायेगी? लेकिन उस हॉस्पिटल में वैक्सीन नहीं लग रही थी लिहाजा उसने मना कर दिया. मुनीब का कहना है कि जब वो कार से उतरे तो उन्होंने देखा कि आसपास 5 से 6 लड़के हैं. अभी वो लोग कुछ समझ पाते इसके पहले ही उसने गोली चला दी.
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गोली चलते देख मुनीब, नईम और प्रकाश वहां से भाग निकले. मुनीब के सामने एक दुकान थी, वह उसी तरफ भागा. उसके पीछे बदमाशों ने गोली चलाई. गोली दो राहगीरों को लगी. जिन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई.
चश्मदीदों के मुताबिक बदमाशो ने करीब 20 राउंड गोली चलाई. लेकिन पुलिस के मुताबिक सिर्फ दो राउंड गोली चली. मुनीब का कहना है कि जब यह हमला हुआ वे लोग शाहदरा अपनी एक प्रॉपर्टी देखने जा रहे थे. शक है कि रेकी करने के बाद यह हमला किया गया.
जिन दो लोगों को गोली लगी है उनमें से एक की पहचान संजय के रूप में हुई है. संजय 30 साल का था. पुलिस को अंदेशा है कि इसके पीछे आपसी रंजिश है. बदमाश मौके से पैदल ही भागे, इसलिए पुलिस को शक है कि वो आसपास के हो सकते हैं. लेकिन वजह अभी तक साफ नहीं हो सकी है.
मुनीब का कहना है कि उसे और उसके मामा नईम को भी कुछ लोगों से धमकी मिलती रही है. वे लोग आसपास के भी सकते हैं और मेरठ के भी. लेकिन अभी तक ना तो हमलावरों की पहचान हो पाई है और न ही उनके मंसूबे साफ हो पाए हैं.
बहरहाल पुलिस के हाथ कुछ सीसीटीवी फुटेज भी लगे हैं, जिसकी जांच की जा रही है. चश्मदीद की मानें तो आरोपियों ने मास्क नहीं पहन रखा था. इसलिए सीसीटीवी से पुलिस को मदद मिलने की उम्मीद है.