दिल्ली में 60 साल के किन्नर की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में पता चला है कि किन्नर शफीक से फरीद नाम के शख्स ने 10 लाख रुपये उधार लिए थे. जब वो उधारी के पैसे नहीं चुका पाया तो उसने शफीक की हत्या के लिए 2 लाख की सुपारी दे दी. 15 जुलाई को फ्लैट में किन्नर शफीक की लाश मिली थी. इस मामले में अभी आरोपी फरीद समेत दो लोग फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
दिल्ली (Delhi) के शाहदरा में सीमापुरी इलाके के एक फ्लैट में 60 साल के किन्नर शफीक की खून से लथपथ लाश मिली थी. शुरुआती जांच में सामने आया था कि शफीक की मौत गला दबाने से हुई है. कातिलों की तलाश में पुलिस ने इलाके के करीबी 45 CCTV कैमरों के DVR खंगाले. एक CCTV फुटेज में करीब रात को 11:42 बजे तीन लोग घर में दाखिल होते हुए नजर आते हैं और करीब ढाई घंटे बाद यानी रात के 2:25 पर घर से बाहर निकलते हैं. CCTV में ये भी नजर आया कि घर से बाहर निकल कर डीटीसी डिपो के पास से ऑटो में सवार हो जाते हैं. पुलिस ने इस इलाके में आने जाने वालों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकलवाए, जिसके बाद पुलिस ने राशिद और योगेंद्र नाम के दो लोगों को अमरोहा से गिरफ्तार कर लिया.
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दोनों आरोपियों ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि उन्होंने फरीद नाम के शख्स से शफीक के कत्ल के लिए दो लाख रुपये की सुपारी ली थी. दरअसल फरीद ने मृतक शफीक से 10 लाख रुपये उधार लिए थे. पैसे के लिए शफीक लगातार फरीद पर दबाव बना रहा था और इस दबाव से छुटकारा पाने के लिए फरीद ने शफीक का कत्ल करने का फैसला किया. इसके लिए फरीद ने राशिद और योगेंद्र को 2 लाख रुपये की सुपारी दी. इन दोनों ने अपने साथ एक नौशाद नाम के शख्स को भी शामिल किया जो फिलहाल फरार है. तीनों आरोपी आसानी से शफीक के घर में दाखिल हो जाते हैं योगेंद्र और नौशाद शफीक के घर के फर्स्ट फ्लोर पर जाते हैं जबकि राशिद ग्राउंड फ्लोर पर पहरा देता है.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने शफीक से कहा कि वो 10 लाख रुपये का हिसाब किताब करने आए हैं. इसके बाद दोनों आरोपियों ने शफीक का तकिये से मुंह दबा दिया और कत्ल कर दिया. दोनों ने कत्ल के दौरान शफीक के गले में एक जहरीला इंजेक्शन भी लगाया जिससे आसानी से उसकी मौत हो गई. हत्या करने के बाद ये सभी शफीक का मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए.
कत्ल के मामले में सुपारी देने वाले फरीद और नौशाद दोनों ही फिलहाल फरार हैं और दिल्ली पुलिस की टीम उनकी तलाश कर रही है. गिरफ्तार किया गया योगेंद्र अमरोहा के नौगांव सादात का रहने वाला है और मुरादाबाद की आईएफटीएम यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग का छात्र है.