दिल्ली में ओएनजीसी के एक इंजीनियर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. इंजीनियर की लाश उनके फ्लैट में पाई गई. बताया जा रहा है कि मृतक फ्लैट में अकेले रहते थे. जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. वहां मौजूद मृतक के एक दोस्त ने बताया कि ये खुदकुशी का मामला है. हालांकि पुलिस को वहां से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस अब इस मामले की छानबीन कर रही है.
मामला पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके का है. जहां फेज 1 के पॉकेट 2 में 30 वर्षीय इंजीनियर संतोष कुमार अकेले रहते थे. मूल रूप से वह बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले थे और दिल्ली में ओएनजीसी में काम करते थे.
दिल्ली पुलिस को इस घटना की जानकारी बीती 27 मई की रात करीब 11 बजकर 45 मिनट पर मिली. पुलिस के मुताबिक संतोष के एक दोस्त ने पुलिस को कॉल किया और बताया कि उनके दोस्त ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसके दोस्तों ने पुलिस को बताया कि वो 3 से 4 घंटे तक संतोष से सम्पर्क करने की कोशिश कर रहा था. लेकिन संतोष ने फोन नहीं उठाया.
इसी बात पर उन्हें शक हुआ तो वह तुरंत अन्य दोस्तों को लेकर संतोष के घर जा पहुंचे और दरवाजा खटखटाया लेकिन फिर भी कोई जवाब नहीं मिला. दरवाजा अंदर से बंद था. लिहाजा उन्होंने अन्य लोगों की मदद से दरवाजा तोड़ दिया. जब उन्होंने अंदर जाकर देखा तो संतोष फंदे से लटका हुआ था.
पुलिस ने संतोष के दोस्तों के बयान दर्ज कर लिए और अब उनकी जांच कर रही है. पुलिस को संतोष की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार है. उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. डीसीपी के मुताबिक जांच में पता लगा है कि उसने खुदकुशी की है. पिछले काफी दिनों से उसके परेशान रहने की बात भी सामने आई है. पीड़ित अविवाहित था और जानकारी मिली है कि उसने शादी के कई प्रस्ताव भी ठुकरा दिए थे.
वहीं संतोष के घरवाले उसकी हत्या का शक जाहिर कर रहे हैं. घरवालो का कहना है कि संतोष के खुदकुशी कर लेने की कोई वजह नहीं थी. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है.