दिल्ली पुलिस ने दो लुटेरे मोहम्मद इंतजार और मोहम्मद यूसुफ को 11 लाख रुपये से भरे बैग के साथ गिरफ्तार किया है. साथ ही अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन बरामद किया गया है. दोनों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था.
दरअसल, 14 फरवरी 2023 को दिल्ली पुलिस की टीम पेट्रोलिंग कर रही थी. पेट्रोलिंग के दौरान पुलिस की टीम सराय काले खां फ्लाईओवर के पास पहुंची, जहां उन्होंने एक व्यक्ति को चोर-चोर चिल्लाते हुए सुना. अनहोनी की आशंका को भांपते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जहां उन्होंने दो लोगों को भागते हुए देखा. पुलिस टीम ने तुरंत उनका पीछा करना शुरू किया.
कुछ दूर पीछा करने के बाद दोनों को पकड़ लिया गया. इसी बीच चोर चोर चिल्लाने वाला व्यक्ति भी मौके पर पहुंचा, जिसने बताया कि वह दिल्ली के चावड़ी बाजार में हार्डवेयर की दुकान चलाने वाले सौरभ गुप्ता की दुकान पर काम करता है.
सौरभ गुप्ता ने उन्हें दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित उनके घर पर पहुंचाने के लिए 11 लाख रुपये की नकदी से भरा बैग दिया था. जब वह पंजाबी बाग जा रहा था, तभी पीछे से दो व्यक्ति आए और खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर उसका बैग चेक किया. तय सीमा से अधिक नकदी ले जाने के बहाने जेल भेजने की धमकी दी.
इसके बाद वे उसे आईटीओ दिल्ली में अपने फर्जी ऑफिस में ले जाने के लिए एक ऑटो में सवार हो गए, लेकिन रास्ते में सराय काले खां फ्लाईओवर पर उन्होंने उसका बैग लूट लिया जिसमें 11 लाख रुपये नकद थे. इस दौरान पुलिस टीम ने दोनों को पकड़ लिया. पूछताछ पर उनकी पहचान मोहम्मद इंतजार और मोहम्मद युसूफ के तौर पर हुई जो दिल्ली के शाहीन बाग के रहने वाले हैं.
लगातार पूछताछ पर दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि वे महंगे जीवन जीने के शौक़ीन हैं इसलिए लूटपाट की घटना को अंजाम देते हैं. क्योंकि उनके पास आय का कोई स्थायी स्रोत नहीं है. इसलिए, कम समय में पैसा कमाने के लिए, उन्होंने अपनी आवश्यकता को पूरा करने के लिए अपराध करना शुरू कर दिया.
आरोपी मोहम्मद इंतजार की उम्र 46 साल है और वह ग्रेजुएशन तक पढ़ा है. वह चांदनी चौक में वेंडर का काम करता था. आरोपी यूसुफ की उम्र 19 साल है और वह 12वीं तक पढ़ा है. उसके पास अपनी आजीविका कमाने के लिए कोई साधन नहीं है.