दिल्ली पुलिस ने रविवार को एक गे (समलैंगिक) डेटिंग ऐप के जरिए मिले एक व्यक्ति की हत्या करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, दो आरोपियों - सुमित (20) और कार्तिक (24) ने दक्षिण-पूर्व दिल्ली के सरिता विहार इलाके में अपने मोबाइल फोन को लूटने का विरोध करने के बाद, पीड़ित, सन्नी दयाल (25) को कथित रूप से चाकू मार दिया.
सन्नी दयाल की हत्या शनिवार 5 सितंबर को हुई थी. एक अधिकारी ने कहा कि शव को एक राहगीर ने देखा था जिसके बाद उसने पुलिस को इसकी सूचना दी थी. पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) आरपी मीणा ने कहा, "जांच के दौरान, मृतक का मोबाइल फोन गायब पाया गया. जब संपर्क किया गया, तो इसे बंद पाया गया. मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) एकत्र किया गया और अंतिम बार मोबाइल को बदरपुर के गौतमपुरी में मौजूद पाया गया."
पूछताछ करने पर पता चला कि मृतक सन्नी दयाल एक अन्य व्यक्ति के संपर्क में था, जिसका मोबाइल नंबर पंकज नाम के शख्स, गौतमपुरी निवासी के नाम से दर्ज था. पुलिस ने तब उपयोगकर्ता का पता लगाया और उसकी व्हाट्सएप प्रोफाइल तस्वीर के आधार पर अर्जुन कुमार के रूप में पहचान की. अर्जुन ने पुलिस को बताया कि सुमित ने शनिवार शाम को अपने फोन का इस्तेमाल किया था.
सुमित को गौतमपुरी से गिरफ्तार किया गया था और उसके कब्जे से मृतक का मोबाइल फोन बरामद किया गया था. उसने सन्नी की हत्या में अपनी संलिप्तता कुबूल कर ली. उसने इस कृत्य में शामिल अपने साथी कार्तिक का भी नाम बताया. पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया. गौतमपुरी में कार्तिक के घर से एक जिंदा कारतूस और खून से सना चाकू बरामद किया गया.
सुमित ने पुलिस को बताया कि वह समलैंगिकों के लिए डेटिंग ऐप के जरिए दयाल के संपर्क में आया. पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपियों ने दयाल को मिलने के लिए बुलाया और उसे स्कूटी पर बिठाकर जंगल में ले गए, जहां उन्होंने उसे लूट लिया.
पुलिस ने कहा कि उन्होंने दयाल को अपना मोबाइल देने को कहा लेकिन जब उसने इनकार कर दिया, तो उन्होंने चाकू की नोंक पर उसे लूट लिया और मौके से भागने से पहले उसे चाकू मार दिया. पुलिस ने बताया कि स्कूटी सुमित के किसी परिचित की है और उसे भी बरामद कर लिया गया है.
पुलिस ने कहा कि इस घटना के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 34 (सामान्य इरादे से कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि सुमित का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं पाया गया है, लेकिन उसके सहयोगी कार्तिक पहले चार मामलों में शामिल था जिसमें हत्या, चोट पहुंचाने और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था.
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