दिल्ली पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है, जिसने फ्लाइट में बम होने की अफवाह फैलाई थी. इसके लिए उसने एक फर्जी ई-मेल किया था. उसने ऐसा इसलिए किया ताकि वो फ्लाइट रद्द हो जाए और उसका साला कोलकाता न पहुंच सके. आरोपी मोहम्मद नजरूल इस्लाम ने अपनी पत्नी से झूठ बोलकर शादी की थी. वो नहीं चाहता था कि उसका सच उसके साले के सामने आए और उसकी पोल खुल जाए.
27 फरवरी को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट सिक्योरिटी को एक ई-मेल मिला था. उसमें लिखा था कि दिल्ली से कोलकाता आने वाली फ्लाइट में एक यात्री विस्फोटक पदार्थ लेकर चढ़ चुका है. इस ई-मेल के मिलते ही सिक्योरिटी सतर्क हो गई. इस तरह की ई-मेल या कॉल के बाद एक स्टैंडर्ड प्रोसीजर होता है. उसे अपनाने के बाद ही फ्लाइट भेजी जाती है. इसलिए फ्लाइट के यात्रियों और उनके पूरे बैग की जांच की गई.
इस मामले की दिल्ली पुलिस को भी जानकारी दी गई. पूरी जांच के बाद जब कॉल हॉक्स साबित हो गई तो उस फ्लाइट को जाने दिया गया और आईजीआई थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके इस मामले की जांच शुरू कर दी. सबसे पहले पुलिस ने उन यात्रियों की सूची बनाई जिनकी फ्लाइट छूट गई थी. लेकिन पुलिस को यहां से कोई लीड नहीं मिली. इसके बाद पुलिस ने उस ई-मेल को ट्रैक करना शुरू किया, जो भेजा गया था.
इससे पता लगा कि ये ई-मेल कोलकाता के एक होटल के वाई-फाई से भेजा गया है. इसके बाद पुलिस की टीम तुरंत कोलकाता पहुंची. वहां जाकर पता लगा कि चालीस मेहमान थे और सभी बांग्लादेशी नागरिक थे. इसके आगे पुलिस की जांच तब रुक गई जब इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर ने होटल मेहमानों द्वारा उनके इंटरनेट इस्तेमाल के डाटा को अलग कर पाने में असमर्थता जता दी.
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने तमाम 40 बांग्लादेशी नागरिकों की लिस्ट बनाई. सबको वेरीफाई करना शुरू किया. इसी दौरान दिल्ली पुलिस के हाथ सबसे बड़ी लीड तब लगी जब पता लगा कि इस दिल्ली कोलकाता फ्लाइट से अमरदीप नाम का एक शख्स कोलकाता पहुंचा और फिर इस होटल में आकर उसने नजरुल इस्लाम नाम के एक बांग्लादेशी नागरिक से मुलाकात की थी.
पुलिस के मुताबिक, नजरुल इस्लाम उस होटल में एक महीने से रुका हुआ था. इसके बाद पुलिस ने इस्लाम से पूछताछ की और उसके मोबाइल की जांच की तब देखा कि उसने सारा डेटा डिलीट कर दिया है. पुलिस ने कोलकाता साइबर टीम से मदद ली और उसके मोबाइल से सारे डेटा को रिट्रीव करवाया. फिर पता चला कि वह धमकी भरा झूठा ई-मेल इसी मोबाइल से किया गया था.
यह साफ हो जाने के बाद पुलिस ने 29 साल के मोहम्मद नजरुल इस्लाम को गिरफ्तार कर लिया, जो कि जो कि बांग्लादेश का रहने वाला है. पुलिस द्वारा पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. उसने पुलिस को बताया कि फ्लाइट से उसका साला अमरदीप कुमार उससे मिलने आ रहा था. वह उससे नहीं मिलना चाहता था. उसे अपनी पोल खुलने का डर था.
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इस बात का अंदेशा था कि अमरदीप कुमार यदि उसे मिला तो उसका झूठ सामने आ जाएगा, जिसे बोलकर उसने शादी की है. इसलिए उसने फ्लाइट में बम होने का झूठा मेल किया ताकि कैंसिल हो जाए और उसका साला कोलकाता ना पहुंच सके. इस्लाम ने बताया कि वह बांग्लादेश का है. उसने पंजाब की लवली यूनिवर्सिटी से 2017 में एयरलाइन टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी का कोर्स किया है.
वहीं पर उसकी मुलाकात सोनिया नाम की एक क्रिश्चियन लड़की से हुई थी. कोर्स पूरा हो जाने के बाद इस्लाम बांग्लादेश वापस चला गया था. साल 2020 में सोशल मीडिया के जरिए दोबारा सोनिया के संपर्क में आ गया. इस बार उसने सोनिया से झूठ बोलना शुरू किया. उसने कहा कि वह अमेरिका से पीएचडी कर रहा है. उसे अमेरिका का वीजा भी मिल गया है.
सोनिया उसके फेक प्रोफाइल से प्रभावित हो गई. दोनों ने साल 2023 में शादी कर ली. शादी के बाद नजरुल की पत्नी उसे पर अमेरिका ले जाने के लिए दबाव बनाने लगी. लेकिन वो हर वक्त कोई न कोई बहाना बनाकर बचता रहा. इसके बाद सोनिया को उस पर शक हुआ. उसने अपने भाई अमरदीप को कोलकाता उसका सच जानने के लिए ही भेजा था.
जब नजरुल को लगा कि अमरदीप आ रहा है और उसकी पोल खुल जाएगी, तो उसने फ्लाइट में बम होने का झूठा ई-मेल कर दिया. आगे पूछताछ में नजरुल ने बताया कि बांग्लादेश में उसे पर 50 लाख का कर्ज है. वह कर्जदारों से बचने के लिए भारत में छिप कर रहा था. इस मामले का हैरतअंगेज का सच सामने आने के बाद आम लोगों के साथ पुलिस भी हैरान है.