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दिल्लीः हथियारों का तस्कर गिरफ्तार, 10 पिस्तौल 50 कारतूस बरामद, यूपी में होनी थी सप्लाई

पुलिस के मुताबिक ये शख्स हथियारों को मध्य प्रदेश से लाकर दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश में सप्लाई करने वाला था. लेकिन एक सूचना के बाद पुलिस ने उसे इंद्रप्रस्थ पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस आरोपी संजय कुमार से पूछताछ कर रही है.

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पुलिस ने आरोपी संजय के पास से 10 पिस्तौल और कारतूस बरामद किए हैं
पुलिस ने आरोपी संजय के पास से 10 पिस्तौल और कारतूस बरामद किए हैं
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अवैध हथियारों का बड़ा तस्कर गिरफ्तार
  • हत्या के मामले में भी शामिल है नाम
  • दिल्ली NCR समेत कई राज्यों में बेचता था हथियार

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक शातिर तस्कर को गिरफ्तार किया है. तस्कर की पहचान संजय कुमार के तौर पर हुई है. वो मध्य प्रदेश से लाकर इन हथियारों को दिल्ली और यूपी के अलग-अलग शहरों में सप्लाई करता था. पुलिस ने संजय के कब्जे से 10 पिस्तौल और 50 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं.
 
पुलिस के मुताबिक ये शख्स हथियारों को मध्य प्रदेश से लाकर दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश में सप्लाई करने वाला था. लेकिन एक सूचना के बाद पुलिस ने उसे इंद्रप्रस्थ पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस संजय से पूछताछ कर रही है. पुलिस पता लगा रही है कि आखिरकार वो हथियार कहां से और किससे लाता था. और किसे सप्लाई करने वाला था.

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पूछताछ में पता चला कि संजय कुमार बिशनपुर, अलीगढ़ का रहने वाला है. संजय ने खुलासा करते हुए पुलिस को बताया कि उसके गांव के सागर गौतम नामक युवक ने करीब चार साल उसे हथियारों की तस्करी के सिंडिकेट में शामिल होने का लालच दिया था. शुरुआत में संजय कुमार उनके कूरियर के रूप में काम करता था. बाद में उसने सागर गौतम के साथ साझेदारी में काम करना शुरू कर दिया. 

गौतम को स्पेशल सेल ने 24 नवंबर 2020 को दिल्ली में हथियारों की तस्करी के एक मामले में गिरफ्तार किया था. अब वो दिल्ली की जेल में बंद है. सागर गौतम की गिरफ्तारी के बाद संजय ने इस सिंडिकेट की बागडोर संभाली और अवैध हथियारों की तस्करी करता रहा है. 

पुलिस के मुताबिक संजय कुमार एक कुख्यात हथियार तस्कर है, जिसे पहले यूपी में आर्म्स एक्ट के एक मामले में वर्ष 2019 में गिरफ्तार किया गया था. वह इससे पहले साल 2019 में ही अलीगढ़, यूपी में हत्या के एक मामले में भी शामिल रहा है. उसने पिछले 4 वर्षों के दौरान दिल्ली में 400 से ज्यादा पिस्तौल और 800 कारतूस की सप्लाई कर चुका है.   

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आरोपी संजय कुमार ने खुलासा किया है कि उसे एमपी के बुरहानपुर के एक हथियार निर्माता से बन्दूक और कारतूस की सप्लाई मिली थी. संजय से पूछताछ में पता चला है कि वह एक सेमी ऑटोमैटिक पिस्तौल मप्र से 9000 से 12000 रुपये में खरीदता था और फिर इसे 20000 से 30000 रुपये में बेच दिया करता था.  

 

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