नार्थ दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव इलाके में गुरुवार रात हुई गोलीबारी मामले में दिल्ली पुलिस ने एक शख्स को हिरासत में लिया है. फिलहाल उससे गोलीबारी को लेकर पूछताछ की जा रही है. शुरुआती जानकारी में पता चला है कि यह गोलीबारी प्रॉपर्टी विवाद की वजह से करवाई गई थी, जो राहगीरों को लगी. इस शूटआउट के लिए भाड़े के शूटर बुलाए गए थे. पुलिस ने शूटआउट को अंजाम दिलवाने वाले शख्स की भी पहचान कर ली है.
दिल्ली पुलिस का दावा है कि वह जल्द ही इस केस का खुलासा करेगी. शूटआउट को अंजाम देने वाले शूटर नार्थ ईस्ट दिल्ली के बताए जा रहे हैं. दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव इलाके में हुई गोलीबारी में शामिल लोगों की तलाश में राष्ट्रीय राजधानी और इससे सटे राज्यों में छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि घटना गुरुवार को उत्तरी दिल्ली के फिल्मिस्तान रोड इलाके में हुई और पुलिस नियंत्रण कक्ष को रात 9 बजकर 20 मिनट पर इसके बारे में जानकारी मिली.
अधिकारियों ने कहा कि तीन टीमें शहर में कई जगह और पड़ोसी राज्यों में छापेमारी कर रही हैं. दोषियों को पकड़ने के लिये सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है. उन्होंने कहा कि एक मृतक की पहचान संजय राजपूत (30) के रूप में हुई है जबकि दूसरे की शिनाख्त की जा रही है.
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एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नईम अहमद की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस संपत्ति विवाद समेत सभी पहलुओं की जांच कर रही है. इलाके में संजीदा नर्सिंग होम चलाने वाले अहमद ने कहा, ''मैं गुरुवार की रात नर्सिंग होम के सामने खड़ा था, तभी काली टी-शर्ट में एक आदमी आया और पूछा कि क्या यहां कोविड के टीके लगाए जा रहे हैं. मैंने उसे बताया कि टीके बाड़ा हिंदू राव अस्पताल और नर्सिंग होम के पास एक डिस्पेंसरी में लगाए जा रहे हैं. फिर वह चला गया.''
अहमद ने कहा कि जब वह गाड़ी चला रहे थे तो एक आदमी उनकी कार के सामने आया और उन्हें लगा कि वह लुटेरा है.
उन्होंने कहा, ''मेरे साथ कार में बैठे मेरे भतीजे ने कहा कि यह वही व्यक्ति है जो (नर्सिंग होम में) टीकाकरण के बारे में पूछताछ करने आया था. जब हमने कार से नीचे उतरकर उसे दूर जाने के लिए कहा, तो उसने हमारी बात नहीं सुनी. उसके सहयोगी आए और हमारे साथ मारपीट करने लगे.''