जिस वक्त देश नए साल के जश्न में डूबा हुआ था, खुशियों में सराबोर था और हर ओर बधाइयों के शोर था. ठीक उसी वक्त राजधानी दिल्ली की सड़क पर एक बेटी बेसुध पड़ी थी. बिना कपड़ों के बेजान शरीर के साथ. देश की राजधानी दिल्ली की सड़क पर 5 रईसजादों ने एक बेटी को घसीटकर मार डाला. पुलिस ने पांचों लड़कों को पकड़ लिया है.
दरअसल, दिल्ली के सुल्तानपुरी में कंझावला इलाके में नए साल के जोश में होश होकर कार सवार युवकों ने लड़की की स्कूटी को टक्कर मारी. कार के साथ लड़की को करीब चार किलोमीटर तक घसीट डाला. रईसजादों की कार चलती रही और लड़की सड़क पर घिसटती रही. पहले कपड़े फटे फिर चमड़ी उतरने लगी.
पुलिस ने रेप से किया इनकार
जब तक इस हादसे का पता चला, तब तक लड़की का शरीर जख्मों के भर गया है. सड़क पर घिसट-घिसट कर पूरा शरीर छिल चुका था. लड़की बेजान हो चुकी थी और सांसे खत्म हो चुकी थी. उधर पुलिस इस केस में रेप की बात को गलत बता रही है. आरोपियों से पूछताछ कर पूरी घटना का पता लगाया जा रहा है.
दिल्ली पुलिस के आउटर जिले के DCP हरेन्द्र सिंह के मुताबिक, कल रात (31 की रात) करीब 3 बजे कंझावला इलाके में एक पीसीआर कॉल पुलिस को मिली कि एक लड़की नग्न हालत में सड़क के किनारे पड़ी है, जब मौके पर जाकर तफ्तीश शुरू की गई तो पता चला करीब 23 साल की लड़की एक स्कूटी से अपने घर वापस जा रही थी.
डीसीपी ने आगे बताया, 'एक बलेनो कार में पांच लड़के सवार थे, उनकी कार से स्कूटी का एक्सीडेंट हुआ जिसके बाद कार करीब 4 किलोमीटर तक लड़की को सुल्तानपुरी पूरी से कंझावला इलाके तक घसीट कर ले गई, जिसमें लड़की के सारे कपड़े शरीर से अलग हो गए और शरीर मे काफी चोट आई, फिर लड़की की मौत हुई.'
कोई हेयर ड्रेसर तो कोई राशन डीलर
लड़की के साथ दरिंदगी करने वाले पांच लड़के दिल्ली के हैं. इनमें से कोई हेयर ड्रेसर है तो कोई राशन डीलर. पुलिस ने कार में सवार पांच लोगों को पकड़ लिया है. इनमें 26 वर्षीय दीपक खन्ना पुत्र राजेश खन्ना ग्रामीण सेवा में चालक के पद पर है. इसके अलावा 25 वर्षीय अमित खन्ना, उत्तम नगर में एसबीआई कार्ड्स के लिए काम करता है.
मृतका की चार बहनें और दो छोटे भाई
मृतक लड़की का परिवार अमन विहार का रहने वाला है. घर मे मां और चार बहने हैं. दो छोटे भाई हैं, जिनकी उम्र 9 साल और 13 साल है. पिता की पहले मौत हो चुकी है. एक बहन शादीशुदा है. परिवार फिलहाल बात नही कर रहा है. पुलिस के मुताबिक, घटना के सम्बंध में मृतका की मां ने केवल DCP से बात की थी.
दिल दहला देने वाले इस हादसे के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को समन किया. खैर समन होते रहते हैं, आयोग बनते रहते हैं, टीमें बनाई जाती रहती हैं. सबकुछ अपने समय के हिसाब से होता रहता है. सिवाय इस चीज के कि बेटियां सुरक्षित रहें... वो बेखौफ होकर टहलें दिल्ली की सड़कों पर...उनके कदम न कांपे., मगर अफसोस कि ऐसा नहीं है.