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कार की लेफ्ट फ्रंट व्हील में फंसी थी अंजलि...सामने आई FSL रिपोर्ट, दिल्ली हॉरर केस के 10 Updates

31 जनवरी की रात को जब पूरा देश नए साल के जश्न में डूबा था, तब दिल्ली की सड़कों पर 20 साल की एक युवती (अंजलि सिंह) को घसीटा जा रहा था. इसके बाद शव को सड़क पर छोड़ दिया गया. पुलिस का दावा है कि 5 कार सवार युवकों ने युवती की स्कूटी को टक्कर मारी. इसके बाद युवती का शव कार में फंस गया.

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इसी कार से हुआ अंजलि का एक्सीडेंट
इसी कार से हुआ अंजलि का एक्सीडेंट

दिल्ली के सुल्तानपुरी में अंजलि सिंह की सड़क हादसे में हुई मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. FSL रिपोर्ट में सामने आया है कि अंजलि कार के लेफ्ट साइड के फ्रंट व्हील में फंसी थी. उसके ज्यादातर ब्लड स्टेन लेफ्ट साइड के फ्रंट और बैक व्हील के नीचे मिले हैं. हालांकि, कार के अंदर अंजलि के होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. इससे पहले मंगलवार को आई शुरुआती पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में अंजलि के साथ रेप न होने की बात कही गई थी. आईए जानते हैं अंजलि केस के 10 बड़े अपडेट्स...

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1- अंजलि के कार के अंदर होने के सबूत नहीं

FSL के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि अंजलि कार के लेफ्ट साइड के अगले पहिए में फंसी थी. उसके ज्यादातर खून के धब्बे लेफ्ट साइड के अगले पहिए पर पाए गए हैं. कार के नीचे अन्य हिस्सों पर भी खून के धब्बे मिले हैं. लेकिन उसके कार के अंदर होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. इतना ही नहीं आरोपियों के ब्लड सैंपल की भी जांच की जा रही है. 

2- दीपक चला रहा था कार

पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी दीपक कार चला रहा था. जबकि मनोज उसके साथ बगल मे बैठा था. मनोज मित्तल स्थानीय बीजेपी नेता है. अमित, मिथुन और कृष्ण पीछे बैठे थे. 

3- आरोपी दीपक का परिवार घर छोड़कर भागा

अंजलि केस में आरोपी दीपक का परिवार घर छोड़कर भाग गया है. दीपक मंगोलपुरी में रहता है. दीपक उन आरोपियों में शामिल है, जो शराब पीकर कार चला रहे थे. दीपक के घर पर ताला लगा है. वह यहां अपने भाई के साथ रहता था. उसके माता पिता की पहले ही मौत हो चुकी है. उसका भाई खबर मिलने के बाद से गायब है. 
 
4- पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं
 
पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि अंजलि की मौत घसीटने से हुई. उसके प्राइवेट पार्ट पर भी किसी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, सिर, रीढ़ और निचले अंगों में चोट के चलते खून बहने और सदमे से उसकी मौत हुई है. ये सभी चोटें वाहन दुर्घटना और घसीटने से संभव हुई हैं. रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई है. हालांकि, अभी फाइनल पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आनी बाकी है. 

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5- सहेली का दावा- उसी रात एक और एक्सीडेंट होने से बचा था

इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने अंजलि की सहेली के बयान दर्ज किए. सहेली ने बताया कि वह अंजलि के साथ न्यू ईयर की पार्टी में गई थी. वहां अंजलि और उसके बॉयफ्रेंड के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो रहा था. इसके बाद दोनों रात करीब 2 बजे घर के लिए निकले. सहेली के मुताबिक, ''अंजलि बहुत नशे में थी. पार्टी के बाद जब हम लोग जब बाहर निकले मुझे लगा कि शायद अंजलि स्कूटी चलाने की हालत में नहीं है. इसलिए मैंने उसे कहा कि मैं स्कूटी चलाती हूं. तुम पीछे बैठो. फिर भी अंजलि नहीं मानी और मुझसे लड़ने लगी. उसने मुझसे कहा कि मैं तुम्हें सही सलामत घर छोड़ दूंगी. फिर जैसे ही हम स्कूटी में सफर कर रहे थे अंजलि किसी बात को लेकर काफी गुस्से में थी. इसी बीच एक ट्रक हमारे सामने आ गया. उस समय हम बाल-बाल बच गए. मैंने तुरंत उसे स्कूटी रोकने को कहा और चाबी निकाल ली. तब भी वो नहीं मानी और कहा कि अब मैं ढंग से स्कूटी चलाऊंगी.''
 
6- लड़कों ने जानबूझकर नहीं रोकी गाड़ी- सहेली

अंजलि की दोस्त ने बताया,  इसके बाद जब हम आगे चले तो एक कट के पास कार आई और उसने हमें हमें टक्कर मार दी. मैं स्कूटी की बगल में ही गिर गई. जबकि, अंजलि गाड़ी के नीचे फंस गई. अंजलि तब काफी चीखी और रोने भी लगी. लेकिन पांव गाड़ी में फंसा होने के कारण वह उठ नहीं पाई. न ही उन गाड़ी वालों ने कार रोकी. वे सीधा उसे घसीटते हुए आगे ले गए. मैं उस समय काफी घबरा गई थी. इसलिए मैं वहां से पैदल ही सीधे घर चली गई. क्योंकि मेरा घर वहां से काफी नजदीक था. वहां मैंने अपनी मां और नानी को पूरी घटना बताई. 

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सहेली के मुताबिक, ''लड़कों ने जानबूझ कर लड़की को कार से घसीटा. उन्हें पता था कि लड़की गाड़ी में फंसी है. फिर भी उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी. मैं इस हादसे से इतना घबरा गई थी कि मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना है और क्या नहीं. फिर जब दो दिन बाद पुलिस मुझ तक पहुंची तो मैंने उन्हें पूरी घटना बता दी.''

7- दिल्ली सरकार ने मदद का किया ऐलान

दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पीड़िता के परिवार को 10 लाख की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. इतना ही नहीं अरविंद केजरीवाल ने पीड़िता के मां से बात करने के बाद वकील दिलाने का भरोसा दिलाया है. केजरीवाल ने कहा कि वे बेटी को न्याय दिलवाएंगे. इतना ही नहीं पीड़िता की मां का इलाज दिल्ली सरकार करवाएगी. 

8- अंजलि का सहेली के साथ हुआ था झगड़ा- होटल मैनेजर

जिस होटल में अंजलि पार्टी करने गई थी, उसके मैनेजर अनिल ने बताया कि अंजलि और उसकी दोस्त पार्टी के लिए पहले से पहुंच चुकी थीं. इसके बाद किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया था. इसके बाद दोनों लड़कियों को होटल से बाहर किया गया.  

9- पार्टी करके लौट रहे थे आरोपी

आरोपी दीपक खन्ना और अमित खन्ना ने अपने दोस्त आशुतोष से कार ली थी. इस कार में सवार होकर सभी 5 आरोपी मुरथल में पार्टी करने गए थे. मुरथल से लौटते वक्त ये एक्सीडेंट हुआ. बाद में एक्सीडेंट के बाद दोनों ने कार को आशुतोष के पास ही छोड़ दी. दोनों ने आशुतोष को बताया था कि दोनों शराब पीकर आ रहे थे, तभी कार स्कूटी से टकरा गई. दोनों कार छोड़कर घर चले गए. यह कार आशुतोष के साले की थी. 

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10- क्या है पूरा मामला?

31 जनवरी की रात राजधानी दिल्ली में अंजलि का शव मिला था. उसे दिल्ली की सड़कों पर 12 किलोमीटर घसीटा गया था. इसके बाद शव को सड़क पर छोड़ दिया गया. जब पुलिस सूचना पाकर पहुंची, तो शव देखकर हैरान रह गई. उसके जिस्म पर कोई कपड़ा तक नहीं था. लाश की हालत ऐसी थी कि दिल दहल जाए. पुलिस का दावा है कि 5 कार सवार युवकों ने युवती की स्कूटी को टक्कर मारी. इसके बाद युवती का शव कार में फंस गया. इसके चलते वह घिसटती चली गई और आरोपियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. जब आरोपियों ने आगे कार रोकी तो देखा कि एक शव उनके कार में फंसा है. इसके बाद वे शव को सड़क पर छोड़कर भाग गए. पुलिस ने इस मामले में कार को बरामद कर लिया है और सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया. 

 

 

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