देश की राजधानी दिल्ली के सफदरजंग इलाके में हुई चाकूबाजी मामले में पुलिस ने तीन युवकों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए युवकों में एक अभी नाबालिग है. मामले में डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने कहा कि यह वारदात सफदरजंग हॉस्पिटल में कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी करने को लेकर हुई बहस के दौरान हुई थी. बहस के दौरान मारपीट-चाकूबाजी हुई थी, जिसमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि 2 घायल हुए थे. पकड़े गए आरोपी आपस में दोस्त हैं और एक दूसरे को जानने वाले थे. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
घटना के बारे में जानकारी देते हुए डीसीपी इंगित ने बताया कि दो दिन पहले ये सभी युवक रात को पार्टी कर रहे थे. इसी दौरान इनमें बहस हुई और फिर बात हाथापाई से चाकूबाजी तक पहुंच गई. इस मारपीट में नीरज, मुकेश और राकेश गंभीर रूप से घायल हो गए. बाद में इलाज के दौरान नीरज की मौत हो गई.
पुलिस के मुताबिक, नीरज के शरीर पर चाकू के 22 निशान मिले हैं, जबकि मुकेश के 12 और राकेश के शरीर पर चाकू के 5 निशान मिले हैं. बता दें कि मुकेश और राकेश भाई हैं, जबकि नीरज इनका दोस्त था. वहीं, गिरफ्तार आरोपियों में कृष्णा और रवि भी शामिल हैं, जबकि तीसरा नाबालिग है.
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि नीरज, मुकेश और राकेश काफी समय से एक कंपनी के जरिए हॉस्पिटल में कॉन्ट्रैक्ट पर सफाई का काम कर रहे थे. कृष्णा, रवि और उसके दोस्त भी उसी हॉस्पिटल में काम करना चाह रहे थे, लेकिन उनकी नौकरी नहीं लग पा रही थी. इसी बात को लेकर इनमें रात को पार्टी के दौरान बहस हो गई. बहस के बीच कृष्णा अपनी मां की रेड़ी से चाकू उठा लाया और ताबड़तोड़ हमला कर तीनों को गंभीर रूप से घायल कर मौके से फरार हो गया.
फिलहाल, पुलिस ने हत्या का मुकदमा का दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ चल रही है कि इस घटना में कोई और भी तो शामिल नहीं है.
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