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चीन से मंगाए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, फिर नवनीत कालरा ने की कालाबाजारी, जानें क्या है पूरा मामला

इस मामले की शुरूआत 6 मई 2021 को हुई. कई दिन से साउथ दिल्ली पुलिस को सूचना मिल रही थी कि लोधी रोड सेंट्रल मार्केट के एक रेस्टोरेंट बार में कुछ सदिग्ध गतिविधि देखने को मिल रही है. इसी सूचना को आधार बनाकर उस दिन पुलिस की टीम नेगे एंड जू बार में पहुंची थी.

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दिल्ली पुलिस ने वॉन्टेड नवनीत कालरा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है
दिल्ली पुलिस ने वॉन्टेड नवनीत कालरा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है

दिल्ली पुलिस इन दिनों एक शख्स को शिद्दत से तलाश रही है. जिसका नाम है नवनीत कालरा. वो दिल्ली के मशहूर खान चाचा रेस्टोरेंट समेत कई रेस्तरां और बार का मालिक है. कोरोना महामारी को नवनीत कालरा ने भी अवसर बनाया. 'आपदा को अवसर' बनाने की इस कवायद में उसने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी का धंधा शुरू कर दिया. कालरा के रसूख और पहुंच के चलते इस मामले का खुलासा शायद ही हो पाता, लेकिन लोधी कॉलोनी में उसके एक रेस्तरां पर अनजाने में पुलिस ने रेड की और ये सारा गोरखधंधा खुलकर सामने आ गया.  

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इस मामले की शुरूआत 6 मई 2021 को हुई. कई दिन से साउथ दिल्ली पुलिस को सूचना मिल रही थी कि लोधी रोड सेंट्रल मार्केट के एक रेस्टोरेंट बार में कुछ सदिग्ध गतिविधि देखने को मिल रही है. इसी सूचना को आधार बनाकर उस दिन पुलिस की टीम नेगे एंड जू बार में पहुंची. वहां एक शख्स लैपटॉप परऑक्सीजन कंसंट्रेटर के ऑनलाइन ऑर्डर ले रहा था. पुलिस ने रेस्टोरेंट की तलाश ली तो वहां से 32 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बरामद हुए. जिनके बारे में मैनेजर हितेश और स्टाफ के लोग सही से कोई जानकारी नहीं दे पाए. पुलिस ने फौरन रेस्टोरेंट में मौजूद उन चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. उनमें हितेश के अलावा गौरव, सतीश और विक्रांत भी शामिल था. वे चारों  ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की कालाबाजारी में लिप्त थे. 

सामने आया नवनीत कालरा का नाम
साउथ दिल्ली पुलिस को ये अंदाजा बिल्कुल नहीं था कि उन्होंने एक बड़े गोरखधंधे का सिरा पकड़ लिया है. पुलिस ने जब पकड़े गए चारों आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि इस धंधे का मास्टरमाइंड नवनीत कालरा है. कालरा दिल्ली का एक मशहूर कारोबारी है, जो दयाल ऑप्टिकल्स, खान चाचा रेस्टोरेंट, नेगे एंड जू और टाउन हॉल रेस्ट्रो बार के अलावा मिस्टर चाउ का मालिक और पार्टनर है. 

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लोधी रोड से पकड़े गए चारों आरपियों ने पूछताछ में कई अहम जानकारी पुलिस को दी. उनकी निशानदेही पर ही पुलिस ने छतरपुर के पास मांडी गांव में बने नवनीत कालरा के फॉर्महाउस पर छापेमारी की. जहां नवनीत तो नहीं मिला लेकिन पुलिस ने बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बरामद किए. 

खान चाचा रेस्टोरेंट पर छापेमारी
7 मई 2021 को पुलिस ने हितेश और अन्य आरोपियों से पूछताछ के आधार पर दिल्ली की खान मार्केट का रुख किया. जहां नवनीत कालरा का मशहूर खान चाचा रेस्टोरेंट बार है. पुलिस ने वहां छापा मारकर कई ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बरामद किए. अब पुलिस की समझ में आ चुका था कि ये कालाबाजारी का कोई छोटा-मोटा गिरोह नहीं है, बल्कि एक बड़ा रैकेट है. जो नवनीत कालरा चला रहा है.

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी करने वालों पर पुलिस शिकंजा कसती जा रही थी. छानबीन और जांच के दौरान खान मार्केट में खाना चाचा रेस्टोरेंट के बाहर लगी थी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लेने वालों की लाइन का एक वीडियो भी सामने आया. जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे वहां नवनीत कालरा के इशारे पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी की जा रही थी. 

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गगन दुग्गल के नाम का खुलासा
इस दौरान नवनीत कालरा के हवाले से गगन दुग्गल का नाम सामने आया. जो लंदन में रहता है. गगन दुग्गल ही नवनीत कालरा का पार्टनर है. गगन मैट्रिक्स सेलुलर कंपनी का मालिक है. ये कंपनी सिम कार्ड बनाती है. दरअसल, गगन दुग्गल की मैट्रिक्स सेलुलर कंपनी के नाम से ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 20 हजार रुपये प्रति पीस के हिसाब से भारत में चीन से इम्पोर्ट किए गए थे. और अब वही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 50 हजार से लेकर 70 हजार रुपये तक ज़रूरतमंद और परेशान लोगों को बेचे जा रहे थे. ये खुलासा होने के बाद दिल्ली पुलिस ने मैट्रिक्स सेलुलर सर्विस कंपनी के CEO गौरव खन्ना को गिरफ्तार कर लिया. 47 साल के गौरव की गिरफ्तारी गुरुग्राम से हुई है. गौरव ही नवनीत कालरा के साथ कॉ-ऑरडीनेट करता था.

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व्हॉट्सएप ग्रुप और ऑनलाइन लगवाई बोली
छानबीन के दौरान पता चला कि इस धंधे के मास्टर माइंड नवनीत कालरा ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी के लिए एक व्हॉट्सएप ग्रुप बना रखा था. उसी के माध्यम से वो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का गोरखधंधा कर रहा था. आजतक के पास उस व्हॉट्सएप ग्रुप के स्क्रीनशॉट्स भी हैं. उस व्हॉट्सएप ग्रुप में नवनीत कालरा ने 26 अप्रैल को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की डिमांड-सप्लाई की जानकारी भी शेयर की थी. यही नहीं कालरा  ऑनलाइन भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की बोली लगवा रहा था और उन्हें ऊंची कीमत पर बेच रहा था. उसके रेस्टोरेंट और बार से उनकी बिक्री की जा रही थी. आज तक/इंडिया टुडे ने नवनीत कालरा से भी सम्पर्क करने की कोशिश की. लेकिन उसका नम्बर 9811152722 बंद है. बताया जा रहा है कि वो हरिद्वार में कहीं छुपा हुआ है. इसी तरह से आज तक की टीम ने लंदन में मौजूद गगन दुग्गल के मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन उसका मोबाइल नंबर भी बंद है.

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नवनीत कालरा की लास्ट लोकेशन थी हरिद्वार
दिल्ली पुलिस ने नवनीत कालरा की तलाश में फतेहपुरबेरी स्थित उसके एक फार्म हाउस पर छापा मारा. फिर सैनिक फार्म स्थित उसके घर पर भी दबिश दी. लेकिन कालरा फरार था. इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम दूसरे राज्यों में भी उसकी तलाश में जुट गई हैं. पुलिस की मानें तो उसकी लास्ट लोकेशन उत्तराखंड के हरिद्वार की है. पुलिस उसे वहां भी तलाश कर रही है. 

मामले की जांच क्राइम ब्रांच के हवाले
अब इस पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. दिल्ली पुलिस अब नवनीत कालरा के पार्टनर लंदन निवासी गगन दुग्गल को भी पूछताछ के लिए नोटिस भेज सकती है. पुलिस सूत्रों की मानें तो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर चाइना और हॉन्ग कॉन्ग से मंगाए जा रहे थे. पुलिस के मुताबिक दिल्ली के व्यापारी नवनीत कालरा और लंदन में बैठे गगन दुग्गल ने अब तक 6 से 7 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेचे हैं. 

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लंदन में बैठा दुग्गल तय करता था रेट
गुरग्राम से गिरफ्तार किया गया गौरव खन्ना मेट्रिक कंपनी का CEO और CA भी है. वही कंपनी के मालिक गगन दुग्गल के कहने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के रेट तय करता था. दिल्ली पुलिस को उसके पास से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के इनवॉइस भी बरामद हुए हैं, उसके मुताबिक आरोपियों को 5 लीटर का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 16 हजार रुपये में मिल रहा था. वहीं 9 लीटर का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 20 हजार का मिल रहा था. उसके बाद ये उन्हें 50 से 60 हजार 70 हजार में बेचते थे. दिल्ली पुलिस को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का एक बिल भी मिला है, जिसे 70 हजार 700 रुपये में बेचा गया है. 

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मंगाए गए थे 650 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
दिल्ली पुलिस के मुताबिक गगन दुग्गल कि कंपनी के नाम पर 650 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मंगाए गए थे. इन सभी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का आर्डर गगन दुग्गल की कंपनी मैट्रिक की तरफ से दिया गया था. बरामद किए गए सभी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर गुआंगडोंग चाइना की कंपनी ब्रांड इंटरप्राइजेज और शेनझेन डेडा हेल्थ कंपनी लिमिटेड से मंगाए गए थे. साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर के मुताबिक अब तक इनमें से 120 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बेचे जा चुके हैं. जबकि नवनीत कालरा ने कई लोगों से बल्क में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की सप्लाई देने के लिए लाखों रुपये एडवांस भी लिए हैं. पुलिस अफसरों का कहना है कि इस तरह के लेन-देन का हिसाब नवनीत कालरा की गिरफ्तारी और बैंक अकाउंट की छानबीन के बाद ही पता चलेगा.

फार्म हाउस से फरार हुआ कालरा 
पता चला है कि जैसे ही दिल्ली पुलिस ने नवनीत कालरा के खान मार्किट के स्थित रेस्टोरेंट में छापेमारी की थी, तभी उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया था. उस वक्त वो छतरपुर के फार्म हाउस में अपने परिवार के साथ मौजूद था. लेकिन छापे की खबर लगते ही वो फार्म हाउस से अपनी दो रेंज रोवर लग्जरी कार और थार जीप से परिवार को लेकर निकल गया था. कालरा के साथ उसका ड्राइवर भी नहीं था. 

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चौकीदार ने किया खुलासा
दिल्ली के छतरपुर में 45बी फार्म हाउस नवनीत कालरा का है. जहां से पुलिस ने बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बरामद किए थे. आजतक की टीम वहां पहुंची. वहां तैनात चौकीदार से बात की. उसने आज तक के कैमरे पर बताया कि दिल्ली पुलिस की 10 से 12 टीम आईं थीं. साहब देर रात ही गाड़ी में बैठकर परिवार के साथ निकल गए थे. चौकीदार के बयान से साफ हो गया कि जिस रात खान मार्केट में कालरा के रेस्टोरें पर पुलिस ने दबिश दी थी, उसी दौरान कालरा अपने फार्म हाउस से परिवार के साथ फरार हुआ. 

साकेत कोर्ट में दायर की अग्रिम जमानत याचिका
दिल्ली पुलिस ने ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी के मास्टरमाइंड नवनीत कालरा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है. पुलिस को आशंका था कि नवनीत विदेश भाग सकता है. इसलिए एक इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी किया है. इसी बीच नवनीत कालरा की ओर से उसके वकील ने साकेत कोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दायर की है. ताकि वो गिरफ्तारी से बच सके. नवनीत कालरा की अग्रिम जमानत याचिका पर अब मंगलवार को सुनवाई होगी. इससे पहले साकेत कोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई पर रोक लगाने को लेकर कोई स्टे नहीं दिया. पुलिस अभी भी 'सांसों के सौदागर' कालरा की तलाश में छापेमारी कर रही है. 

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