मधुकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने करोड़ों रुपए की संपत्ति जब्त की है. मेसर्स रांची एक्सप्रेसवे लिमिटेड, मधुकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और इसके डायरेक्टर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की कार्रवाई चल रही है.
कार्रवाई के तहत श्रीनामा नागेश्वर राव और उनके परिवार के सदस्यों की 28 अचल संपत्ति और 80.65 करोड़ रुपये की अन्य संपत्तियां अस्थायी रूप से कुर्क की गई हैं. कार्रवाई पीएमएल अधिनियम 2022 के प्रावधानों के तहत की गई है.
श्रीनामा नागेश्वर राव कंपनी के मधुकॉन समूह के प्रमोटर और निदेशक हैं. कंपनी के बैंक ऋण के लिए नागेश्वर व्यक्तिगत गारंटर भी हैं. ईडी ने जुबली हिल्स, हैदराबाद में मधुकॉन समूह की कंपनियों के पंजीकृत कार्यालय और आवासीय संपत्ति को भी कुर्क किया है.
ED ने हैदराबाद, खम्मम और प्रकाशम जिले में 67.08 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति जब्त की है. श्री नामा नागेश्वर राव और उनके परिवार के सदस्यों की मेसर्स मधुकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, मेसर्स मधुकॉन ग्रेनाइट्स लिमिटेड और अन्य मधुकॉन समूह की कंपनियों में कुल 80.65 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी सहित 13.57 करोड़ जब्त किए हैं.
इससे पहले जुलाई 2022 को ईडी ने अस्थायी रूप से 105 अचल संपत्तियों और 73.74 रुपये की अन्य संपत्तियों को भी कुर्क किया था. ये संपत्ति मधुकॉन ग्रुप ऑफ कंपनीज और उसके निदेशकों और प्रमोटरों से संबंधित हैं, जिसमें मधुकॉन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड और समूह की कंपनियों, श्रीनामा नागेश्वर राव और अन्य प्रमोटर और कंपनी के निदेशक की संपत्ति शामिल हैं.
ईडी की जांच से पता चला है कि मधुकॉन समूह के प्रमोटरों ने इस परियोजना के लिए मिले फंड को अपने एसपीवी से पूरा ईपीसी अनुबंध ले लिया, और फिर भारी मोबिलाइजेशन और सामग्री अग्रिम ले लिया, लेकिन काम के लिए उन अग्रिमों का उपयोग करने के बजाय, इसका इस्तेमाल अपने काम में किया.