Punjab News: पंजाब के फिरोजपुर जिले में बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई है. ये कर्मचारी हल्का गुरु हर सहाय के गांव चक सिंगारवाला में इलेक्ट्रिसिटी बिल की रिकवरी करने के लिए गए थे. तभी विवाद होने पर ग्रामीणों ने इन कर्मचारियों को बंधक बना लिया और उनके साथ मारपीट की. पुलिस ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद उन बिजली कर्मचारियों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़वाया.
दरअसल, पंजाब में आम आदमी पार्टी (एएपी) की सरकार बनने के बाद हर विभाग में अधिकारियों की ओर से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जिसके तहत पावरकॉम गुरु हर सहाय के डिफॉल्टर लोगों के इलेक्ट्रिसिटी बिल इकट्ठे किए जा रहे थे. साथ ही जिन लोगों की ओर से बिल नहीं भरे जा रहे थे. उनके कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं. इसी क्रम में पावरकॉम के अधिकारी और कर्मचारी गांव चक सिंगारवाला पहुंचे.
इस दौरान ग्रामीणों ने पावरकॉम कर्मचारियों की कार्रवाई का विरोध किया. बिजली कनेक्शन काटे जाने को लेकर गांव के लोगों और बिजली कर्मचारियों में विवाद हो गया. देखते ही देखते विवाद ने लड़ाई का रूप धारण कर लिया जिसमें दोनों तरफ से लोग जख्मी हुए. घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. सूचना मिलने पर डीएसपी अरुण मुंडन पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.
बिजली कर्मचारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में गांव के लोग वहां पहुंच गए. लोगों ने उनके साथ मारपीट की. हमें एक कमरे में कई घंटे तक बंदी बनाकर रखा. जब हमने इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी तब उन्होंने पुलिस को घटना के बारे में बताया. पुलिस के पहुंचने पर ही सभी बिजली कर्मचारी बच पाए.
बिजली बोर्ड के एसडीओ रमेश मक्कड़ ने बताया, 'पंजाब सरकार के ऑर्डर के अनुसार जो लोग डिफॉल्टर हुए हैं. उनके मीटर उतारे जा रहे हैं. बुधवार को हमारी पूरी टीम गांव में पहुंची थी. इन लोगों ने विरोध किया और हमारे कर्मचारियों के साथ मारपीट की. उच्च अधिकारियों को सूचना देने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर सभी कर्मचारियों को छुड़वाया.'
दूसरी ओर, भारतीय किसान यूनियन के वर्कर्स ने बताया बिजली बोर्ड के कर्मचारी 3-4 गाड़ियां भरकर गुंडे लेकर आए थे, जिन्होंने गांव में आकर जबरन मीटर उतार कर गुंडागर्दी की. इसी बात को लेकर तकरार बढ़ गई. गांववासियों और बिजली कर्मचारियों में झड़प हो गई. 3 लोग जख्मी हो गए हैं, जिसमें एक की हालत गंभीर है. जिसको मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है. उन्होंने कहा अगर हमें इंसाफ नहीं मिला तो धरना प्रदर्शन भी करेंगे.
डीएसपी अरुण मुंडन ने बताया गांव में बिजली कर्मचारियों और गांववासियों, जो अपने आप को किसान जत्थे बंदियों के नुमाइंदे बता रहे हैं. उनमें झड़प हुई है. मौके पर पहुंच कर बिजली कर्मचारियों को छुड़वाया गया. दोनों पार्टियों के बयान लिखे जा रहे हैं और जो भी कार्रवाई होगी, उसे किया जाएगा.
(रिपोर्ट- अक्षय गल्होत्रा)