फर्जी नोटों का धड़ल्ले से कारोबार कर रहे बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है. इन नोटों को देखकर असली और नकली में फर्क करना बेहद मुश्किल है. फिलहाल 8 लाख रुपये के 2 हजार के नोटों के साथ दो सप्लायर्स को दिल्ली में धरा गया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को शक है कि दोनों ने मिलकर पिछले दो सालों में ही करीब 2 करोड़ के नकली नोट दिल्ली में सप्लाई किए हैं. दोनों सप्लायर्स बांग्लादेश बॉर्डर से दाखिल होकर भारत में ये नोट लाए थे.
एजेंसियों को शक है कि इन नकली नोटों को पहले हवाई जहाज की मदद से पाकिस्तान, नेपाल और गल्फ कंट्री भेजा जाता था, फिर वहां से इनको अलग-अलग सीमाओं से भारत में भेजा जाता था.
अरेस्ट किए गए आरोपियों का नाम फिरोज शेख और मुफफाजुल शेख है. अफसरों ने भी जब जाली नोटों को देखा तो असली और नकली में फर्क करने में वक्त लगा. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी जश्मित सिंह ने बताया की ये जाली नोट बांग्लादेश बोर्डर से बंगाल के मालदा जिले पहुंचे थे. यहां से आरोपी इन्हें लेकर दिल्ली में सप्लाई करने के लिए ला रहे थे.
स्पेशल सेल के मुताबिक 42 साल का फिरोज शेख और 52 मुफफासुल शेख दोनों वेस्ट बंगाल के रहने वाले हैं. दोनों को कालकाजी मंदिर के पास बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया.
अक्टूबर में हमारी टीम को जानकारी मिली थी कि बांग्लादेश-बंगाल बॉर्डर के मालदा इलाके में कुछ जाली नोटों के इंटरनेशनल स्प्लायर एक्टिव हुए हैं, जो बांग्लादेश से जाली नोट मालदा ला रहे हैं, इस इनपुट पर टीम ने काम करना शुरू किया.
फिरोज बोला - मुर्शिदाबाद से मिले थे नोट
जांच में पता चला कि फिरोज और मुफफाजूल शेख दिल्ली, बिहार और वेस्ट बंगाल के अलावा देश के अलग अलग हिस्सों में काफी जाली नोटों की सप्लाई पहले भी कर चुके हैं. फिरोज ने पूछताछ में बताया की बरामद 8 लाख के जाली नोट उसे मुर्शिदाबाद के रहने वाले सलाम नाम के शख्स ने दिए थे. ये जाली नोट दिल्ली में सप्लाई करने थे, दोनों ने पूछताछ में बताया की पिछले 5 साल से देश के अलग-अलग इलाकों में ये लोग जाली नोटों की सप्लाई कर रहे हैं.
30 हजार में खरीदते थे 1 लाख के जाली नोट
आरोपियों ने बताया की ये 1 लाख के जाली नोट 30 हजार रुपए में खरीदते थे फिर 40 से 45 हजार रुपए में बेचते थे. दोनों आरोपियों ने कबूला की पिछले 2 सालों में 2 करोड़ के जाली नोट दिल्ली समेत अलग अलग राज्यों में सप्लाई कर चुके हैं.