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Bareilly: महिला वकील को शादी के लिए प्रपोज करने वाला फर्जी दरोगा ऐसे पकड़ा गया, जानें पूरा मामला

बरेली में पुलिस ने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है. दरअसल आरोपी की दोस्ती सोशल मीडिया पर एक महिला वकील से हुई. उसने खुद को 2019 बैच का दरोगा बताया और शादी के लिए प्रपोज कर दिया. जब महिला वकील ने बातचीत के दौरान कुछ कानूनी धाराएं पूछी तो वह कुछ नहीं बता सका और उसकी सारी पोल खुल गई.

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फर्जी दरोगा सचिन त्रिपाठी को पुलिस ने पकड़ा (फोटो-आजतक)
फर्जी दरोगा सचिन त्रिपाठी को पुलिस ने पकड़ा (फोटो-आजतक)

उत्तर प्रदेश के बरेली में एक फर्जी दरोगा जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया. सोशल मीडिया पर उसकी दोस्ती एक महिला वकील से हुई. युवक ने खुद को यूपी पुलिस का दरोगा बताया. धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती प्यार में बदलने लगी. महिला वकील ने अपने प्रेमी को मिलने बरेली बुलाया. पुलिस की वर्दी पहनकर वह पूरे रौब के साथ उससे मिलने पहुंचा. 

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इस दौरान बातचीत शुरू हुई और महिला वकील ने दरोगा से कुछ मुकदमों से जुड़े सवाल पूछ लिये. जिसका जवाब वह ठीक ने नहीं दे पाया तो महिला वकील को उस पर कुछ शक हुआ. फिर ऐसे ही कानून से जुड़े कई और सवाल महिला वकील ने उससे पूछे फिर उसे लगने लगा कि दाल में जरूर कुछ काला है. 

जानें पूरा मामला  
   
महिला वकील ने बताया कि कुछ दिन पहले फेसबुक पर उसकी दोस्ती सचिन त्रिपाठी नाम के युवक से हुई थी. उसने खुद को 2019 बैच का दरोगा और जाति का ब्राह्मण बताया. साथ ही उसने कहा कि वो लखनऊ के थाना हजरतगंज में तैनात है और वो उससे शादी करना चाहता है. इस पर हमने कहा कि आप तो अभी अपरिचित ही हैं, ऐसे कैसे हम आपसे शादी कर सकते हैं. इसके लिए पहले हमें एक दूसरे के घर आना पड़ेगा. इस पर वो बोला कि मेरे मम्मी, पापा की कार एक्सीडेंट में मौत हो चुकी है और उसके पापा सीओ थे और मामा जी ने मुझे पाला है. 

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फिर हमने उसे मिलने बरेली बुलाया और इधर-उधर की बातचीत होने लगी. इस दौरान हमने सचिन त्रिपाठी से पूछ लिया कि आप विवेचना कैसे करते हैं. उसने कुछ अजीब से जवाब दिया फिर हमें कुछ शक हुआ. इसके बाद उससे पूछा कि धारा 164 क्या होती है. कैसे पर्चा काटा जाता है, कैसे पीड़िता का मेडिकल कराया जाता है. उसे प्रोसेस की कोई जानकारी नहीं थी.

फर्जी दरोगा से पूछे कानूनी सवाल

वकील ने कहा कि इस पर मेरा शक और भी गहरा गया फिर हमने अपने जानने वाले एक दरोगा को उसकी कुछ डिटेल भेजी. फिर उन्होंने उसे पुलिस लाइन बुलाया. वहां उससे पूछा गया कि 3 बटा 25 की फ्रद कैसे बनाते हो. यूनिफार्म  पहनकर आने की क्या जरूरत थी. इस सवालों से डर कर वो वहां से भागने लगा और उसे पकड़ लिया. ऐसे फर्जी दरोगा की पोल पट्टी खुल गई. 

नकली दरोगा की असलियत सामने आते ही बरेली पुलिस भी हैरान रह गई. अब फर्जी दरोगा सत्यम त्रिपाठी की सारी डिटेल्स खंगाली जा रही हैं. यह नकली यूनिफॉर्म उसके पास कहां से आई और इसके जरिए उसने कितनी धोखाधड़ी की हैं.

इस मामले पर एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया की महिला वकील से एक व्यक्ति खुद को दरोगा बता कर मिलने आया. शक होने पर उन्होंने पुलिस को बुला लिया और महिला की तहरीर पर फर्जी दरोगा के खिलाफ 420, 467, 468, 471 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. 

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