दिल्ली से सटे फरीदाबाद में दिनदहाड़े एक लड़की को अगवा करने की कोशिश की गई और नाकाम रहने पर अपराधियों ने गोली मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया. मृतका का नाम निकिता तोमर है और उसका परिवार अब इंसाफ मांग रहा है. कल परिवार सड़क पर उतरा तो मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया, जो आज निकिता के घर जा सकती है.
इस बीच केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर आज निकिता तोमर के परिजनों से मिलने पहुंचे हैं. साथ ही पुलिस ने निकिता की हत्या में इस्तेमाल अवैध हथियार को बरामद कर लिया है. तौसीफ और रेहान जिस आई-20 कार से निकिता की हत्या करने पहुंचे थे वो दिल्ली के किसी शख्स के नाम पर रजिस्टर्ड है, उस शख्स को पूछताछ के लिए पुलिस ने बुलाया है, कार अभी बरामद नहीं हुई है.
गौरतलब है कि फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में खूनी वारदात 26 अक्टूबर को दोपहर करीब पौने चार बजे हुई, जब निकिता कॉलेज से बाहर निकल रही थी. सामने मां और भाई उसका इंतजार कर रहे थे लेकिन किसी को अंदेशा नहीं था.
निकिता जैसे ही आई-20 कार के नजदीक आई, कार में बैठा तौसीफ नाम का लड़का उसपर झपट पड़ा. तौसीफ और रेहान का निकिता को अगवा करने का प्लान था. तौसीफ ने उसे धक्का देकर कार में बैठाने की कोशिश की. नाकाम रहने पर तौसीफ ने गोली चला दी. गोली निकिता के कंधे को चीरती हुई निकल गई. निकिता को गोली लगने पर तौसीफ और रेहान फरार हो गए.
फिलहाल, दोनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन इस खौफनाक वारदात से फरीदाबाद का माहौल उबलने लगा है. परिवार के साथ सैकड़ों लोगों की भीड़ सड़क पर जमी और इंसाफ की मांग कर रही है. मामला इसलिए और भी संगीन हो रहा है क्योंकि पीड़ित और आरोपी अलग-अलग समुदाय से हैं.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि आरोपी तौसीफ काफी समय से लड़की को परेशान कर रहा था और धर्म परिवर्तन करवाकर शादी का दबाव बना रहा था. आरोपी तौसीफ के खिलाफ परिवार ने 2018 में भी मामला दर्ज करवाया था. उस वक्त भी उसपर अगवा करने का आरोप था, लेकिन वो मामला बाद में सुलह समझौते से खत्म हो गया.
गिरफ्तारी के बाद तौसीफ के दिल में नफरत का जहर खत्म नहीं हुआ. पुलिस को दिए बयान में उसने गुनाह कबूल कर लिया है. साथ ही ये भी कहा है कि उसने निकिता की हत्या कर अपना बदला लिया. आरोपी के मुताबिक, वो निकिता की किसी और से शादी नहीं होने देना चाहता था. आरोपी के मुताबिक, 2018 वाले मामले से उसके लिए परेशानी खड़ी हो गई.
इस पूरे मामले पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि घटना में कांग्रेस के नेताओं का दबाव है. मैं प्रदेश की लड़कियों को सिसक-सिसक के मरने नहीं दूंगा. एसआईटी का गठन हुआ , जो 2018 से मामले की जांच करेगी. लव जिहाद, अपहरण जैसे सभी मामले पुर्नजीवित हो सकते हैं. किसी भी हालत में किसी को बख्शेंगे नहीं.