हरियाणा के बल्लभगढ़ में सोमवार शाम को बदमाशों ने दिनदहाड़े एक छात्रा को अगवा करने की कोशिश की, जब लड़की ने विरोध किया तो उसे गोली मार दी. पुलिस ने 20 घंटे बाद एक आरोपी को दबोच लिया, लेकिन दूसरा अब भी फरार है. पीड़ित परिवार में गम है, तो गुस्सा भी है. परिवार धरने पर बैठा है और इंसाफ की मांग कर रहा है.
निकिता के परिवार ने दावा किया है कि यह लव जिहाद का मसला है. परिवार की माने तो 2018 में भी मुख्य आरोपी तौसिफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. यह छीना झपटी का मसला था. हालांकि, बाद में दोनों पक्ष के बीच सुलह समझौता हो गया था. पिता का आरोप है कि इस बार भी उन्हीं लोगों ने घटना को अंजाम दिया है.
दोषियों का एनकाउंटर करने की मांग
मृतका निकिता के परिवार का कहना है कि यह लव जिहाद का मसला है. हमने अधिकारियों के सामने अपनी मांग रख दी है. वहीं, मां का कहना है कि मेरी बेटी की तरह ही दोषियों का एनकाउंटर किया जाए. जब तक एनकाउंटर नहीं किया जाता, तब तक मैं अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करूंगी.
क्या है पूरा मामला
निकिता तोमर, बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा थी और सोमवार शाम को बल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज में एग्जाम देने आई थी. जब वह एग्जाम देने के बाद बाहर निकली तो आई-20 कार में सवार एक युवक ने उसको गाड़ी में जबरदस्ती बैठाने की कोशिश की. लड़की ने बैठने से इनकार किया तो आरोपी उसे गोली मारकर फरार हो गए.
लड़की के पिता का कहना है कि आरोपियों ने मेरी बेटी को जबरन कार में बैठाने की कोशिश की, जब उसने विरोध किया तो उसे गोली मार दी. 2018 में भी उसके साथ छीना झपटी हुई थी, तब एफआईआर दर्ज कराई गई थी. बाद में लड़की का मामला होने के कारण मुकदमा वापस ले लिया गया था. उन्हीं आरोपियों ने लड़की की हत्या कर दी.